उदयपुर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 10 हजार का इनामी ‘फरार’ अपराधी 10 साल बाद गिरफ्तार

उदयपुर: शहर के हिरणमगरी थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 10 साल से फरार चल रहे एक हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान बंटी उर्फ गणेश लाल के रूप में हुई है, जो साल 2010 में एक मजदूर की हत्या का आरोपी है. आरोपी पर ₹10,000 का इनाम भी घोषित था.

यह मामला 3 दिसंबर 2010 का है, जब हिरणमगरी स्थित रेणुका सॉफ्ट स्टोन फैक्ट्री के मैनेजर अश्वनी शुक्ला ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में बताया गया था कि फैक्ट्री में काम करने वाले बंटी उर्फ गणेश लाल ने अपने साथी मजदूर बंशी लाल की पत्थर से वार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन 2015 में उच्च न्यायालय, जोधपुर से सशर्त जमानत मिलने के बाद से वह फरार हो गया था. आरोपी बंटी के खिलाफ पहले भी प्रतापगढ़ के सालमगढ थाने में 2003 में एक अन्य हत्या का मामला दर्ज है.

पिछले 10 वर्षों से फरार चल रहे बंटी ने अपना कोई भी पहचान पत्र नहीं बनवाया था और अपने परिवार व रिश्तेदारों से भी उसने सारे संपर्क तोड़ दिए थे. उसकी गिरफ्तारी के लिए उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा और वृत्ताधिकारी छगन पुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी भरत योगी ने नेतृत्व किया.

पुलिस टीम ने प्रतापगढ़, जोधपुर और भीलवाड़ा सहित कई संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी और गुप्त सूचनाएं इकट्ठा करती रही. इसी दौरान टीम को पता चला कि आरोपी भीलवाड़ा में ट्रांसपोर्ट ऑफिसों पर हमाली का काम करता है. पुलिस टीम ने भेष बदलकर और खुद को व्यापारी बताकर वहां के मजदूरों से संपर्क किया और कड़ी मेहनत के बाद बंटी उर्फ गणेश लाल को ढूंढ निकाला. उसकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए उसके परिवार के सदस्यों को भी बुलाया गया और उनकी मदद से बंटी को गिरफ्तार कर लिया गया.

गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम बंटी उर्फ गणेश लाल पुत्र दितीया, निवासी डिंडोल फला लालखेड़ी, पुलिस थाना सालमगढ, जिला प्रतापगढ़ है. इस टीम में थानाधिकारी भरत योगी, देवी लाल, देवेन्द्र सिंह, प्रताप सिंह और किरेन्द्र सिंह शामिल थे.

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