उदयपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। हार्डकोर अपराधी दिलीप नाथ के संगठित गिरोह के प्रमुख सदस्य, 5,000 रुपये के इनामी लखन खटीक उर्फ मोंटी को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी एक पीड़ित से 35 लाख 50 हजार रुपये की अवैध वसूली के मामले में की गई है। इस गिरोह ने पीड़ित को डरा-धमकाकर उसकी जमीन का एग्रीमेंट करवाया था.
जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने पहले ही हार्डकोर अपराधी दिलीप नाथ, नरेश वैष्णव, नरेश पालीवाल, विष्णु पालीवाल और नारायण वैष्णव को गिरफ्तार कर लिया था। अब इस गिरोह के एक और मुख्य आरोपी लखन खटीक उर्फ मोंटी को भी दबोच लिया गया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाडा ने बताया कि थाना नाई के हिस्ट्रीशीटर दिलीप नाथ और उसके साथियों ने मिलकर एक सुनियोजित साजिश रची। उन्होंने सुखेर थाना क्षेत्र के एक पीड़ित को जबरन उसके घर के बाहर से उठाकर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद उसे बड़गाँव तहसील कार्यालय ले जाकर उसकी जमीन का एग्रीमेंट करवाया। पीड़ित और उसकी बच्ची को जान से मारने की धमकी देकर उनसे 35 लाख 50 हजार रुपये ऐंठे गए. इस घटना के बाद सुखेर थाने में दिलीप नाथ और उसके साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस अपराध में आरोपी नारायण दास की मुख्य भूमिका थी.
इस मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक सूर्यवीर सिंह राठौड़ कर रहे हैं. दिनांक 08.08.2025 को सुखेर थाना टीम ने आरोपी लखन खटीक उर्फ मोंटी (उम्र 32 वर्ष, निवासी थूर) को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस ने इस गिरोह के अन्य फरार सदस्यों को भी नामजद किया है, जिनमें निलंबित पुलिस कांस्टेबल वीरेन्द्र सिंह, गजेन्द्र चौधरी, देवेन्द्र गायरी उर्फ डेविड, शंकर सिंह राजपूत, पिंटू कलाल, कमल दया और हेमराज डांगी शामिल हैं.
पुलिस अधीक्षक, उदयपुर ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया है. गजेन्द्र चौधरी, देवेन्द्र गायरी, हेमराज डांगी और कमल दया की गिरफ्तारी पर 2-2 हजार रुपये और पिंटू कलाल की गिरफ्तारी पर 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस इन सभी आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.