उदयपुर : सूरजपोल थाना पुलिस ने शहर में आम जनता को डरा-धमकाकर अवैध वसूली करने वाले एक संगठित सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी हिस्ट्रीशीटर अयुब शाह के साथी हैं, जिसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज चुकी है.
दिनांक 2 मई 2025 को उपनिरीक्षक महेश जोशी द्वारा सूरजपोल थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसमें बताया गया था कि थाना सर्कल का हिस्ट्रीशीटर अयुब शाह, जो हत्या, लूट और डकैती जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्त रहा है, अपने साथियों मोहम्मद जुबैर उर्फ बिट्टू और बिलाल उर्फ डेविड के साथ मिलकर एक सुनियोजित सिंडिकेट चला रहा है.
यह गिरोह आम लोगों में भय पैदा कर बड़े पैमाने पर अवैध रूप से धन उगाही की घटनाओं में लिप्त था.इस रिपोर्ट के आधार पर थाना सूरजपोल में प्रकरण संख्या 157/2025 धारा 112 (2) (b), 111 (3), 111 (4), 3 (5) बीएनएस व 4/25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया.
जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश ओझा और वृताधिकारी (नगर पूर्व) छगन पुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी रतनसिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इस टीम ने आसूचना संकलन के माध्यम से वांछित अभियुक्त मोहम्मद बिलाल उर्फ डेविड (33 वर्ष) निवासी मस्तानबाबा कॉलोनी, मल्लातलाई, अम्बामाता और मोहम्मद जुबैर उर्फ बिट्टू (33 वर्ष) निवासी कॉमी एकता नगर, मल्लातलाई, अम्बामाता को हिरासत में लिया। गहन पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है.
गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों का लंबा आपराधिक इतिहास है। मोहम्मद बिलाल उर्फ डेविड अम्बामाता थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, जिसके खिलाफ 16 गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं, मोहम्मद जुबैर उर्फ बिट्टू भी अम्बामाता थाने का हिस्ट्रीशीटर है, और उसके खिलाफ 21 गंभीर प्रकरण दर्ज हैं.
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में थानाधिकारी रतन सिंह, उपनिरीक्षक विरम सिंह, स.उ.नि. ओमवीर सिंह, कांस्टेबल पवन, हितेन्द्र सिंह, भावेश और अभिषेक शामिल थे। पुलिस ने इस कार्रवाई से शहर में संगठित अपराधों पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है.