गणेश चतुर्थी के अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज ठाकरे के निवास ‘शिवतीर्थ’ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर कई राजनेताओं का जमावड़ा लगा. शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत भी राज ठाकरे के निवास पहुंचे. इससे पहले, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी अपने परिवार के साथ राज ठाकरे के निवास का दौरा किया था. इन दोनों चचेरे भाइयों की दशकों बाद बढ़ती नजदीकियां राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई हैं.
उद्धव और राज ठाकरे करीब 20 साल बाद एक साथ मंच पर आए थे, जब उन्होंने जुलाई में वर्ली में एक रैली की थी. यह रैली राज्य सरकार द्वारा स्कूलों में हिंदी को अनिवार्य करने के फैसले के विरोध में आयोजित की गई थी.
भारी दबाव के बाद उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को यह फैसला वापस लेना पड़ा था. इस रैली में राज ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र किसी भी राजनीति से बड़ा है और फडणवीस ने वह काम कर दिया, जो बालासाहेब नहीं कर पाए थे.
राजनीतिक समीकरणों में बदलाव…
वर्ली रैली के बाद से दोनों भाई (राज और उद्धव ठाकरे) लगातार एक-दूसरे के करीब आते दिख रहे हैं. रैली के कुछ दिन बाद राज ठाकरे उद्धव के जन्मदिन पर ‘मातोश्री’ भी पहुंचे थे. यहां दोनों ने बाल ठाकरे की तस्वीर के सामने मिलकर पोज दिया था. इस बढ़ती नजदीकी को आगामी 2026 के बीएमसी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ते हैं, तो इसका मराठी वोट बैंक पर गहरा असर पड़ेगा.