उज्जैन: शिप्रा नदी में गिरी पुलिस कार, दूसरे SI का शव बरामद, महिला कांस्टेबल अभी भी लापता

उज्जैन में शिप्रा नदी में बुधवार रात गिरी पुलिस कार की घटना ने प्रशासन और आम जनता दोनों को झकझोर दिया है। इस दुर्घटना में कार में सवार दो पुलिसकर्मी—एक महिला कांस्टेबल और एक सब-इंस्पेक्टर (SI)—गंभीर रूप से फंसे हुए थे। घटना के बाद राहत और बचाव दल ने तत्काल कार्रवाई शुरू की थी।

Advertisement1

घटना के समय थाना प्रभारी कार चला रहे थे और उनके साथ SI और महिला कांस्टेबल मौजूद थे। नदी में कार के गिरते ही तीनों पुलिसकर्मी पानी में फंस गए। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने खोजबीन शुरू की, लेकिन पानी का बहाव और रात का अंधेरा बचाव कार्य को चुनौतीपूर्ण बना रहा था।

घटना के 44 घंटे बाद दूसरी SI का शव शिप्रा नदी से बरामद किया गया। शव बरामद होने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर जांच तेज कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दुर्घटना कैसे हुई। प्रारंभिक रिपोर्ट में कार के नियंत्रण खोने या तेज रफ्तार के कारण गिरने की संभावना जताई जा रही है।

वहीं, महिला कांस्टेबल का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। खोज अभियान जारी है और स्थानीय प्रशासन ने आसपास के इलाकों में डाइविंग और नौकाओं के माध्यम से तलाशी बढ़ा दी है। नदी के किनारे बसे लोगों और आम नागरिकों से भी पुलिस ने मदद मांगी है।

इस दुर्घटना ने उज्जैन पुलिस प्रशासन को भी हिला दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि हर संभव प्रयास किया जा रहा है ताकि महिला कांस्टेबल को सुरक्षित ढूँढा जा सके। साथ ही मृत SI के परिजनों को उचित सहायता और सहयोग दिया जा रहा है।

स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों ने भी खोज अभियान में भाग लिया। घटना ने उज्जैन में सुरक्षा और वाहन सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने नदी किनारे सभी गाड़ियों के सुरक्षित संचालन के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

पुलिस का कहना है कि खोज जारी रहेगी जब तक महिला कांस्टेबल का पता नहीं लग जाता और सभी सुरागों की जांच की जाएगी। यह हादसा उज्जैन में पुलिस और आम जनता दोनों के लिए एक चेतावनी साबित हुआ है कि प्राकृतिक जल स्रोतों के पास गाड़ियों की गति और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

Advertisements
Advertisement