EOW के ट्रैप में फंस गया उज्जैन का पंचायत सचिव, प्लॉट आवंटन के लिए ले रहा था 20 हजार रुपये की रिश्वत

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में ईओडब्लू (आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ) ने शुक्रवार को घूसखोरी (Bribe Case) के मामले में बड़ी कारवाई की है. टीम ने जिले की बड़नगर तहसील में एक पंचायत सचिव को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. जानकारी के अनुसार, आरोपी एक ग्रामीण से प्लॉट आवंटन के नाम पर रिश्वत ले रहा था. इसी दौरान ईओडब्लू ने उसे ट्रेस करके पकड़ा है.

क्या है पूरा मामला

उज्जैन के बड़नगर के खडोतिया गांव निवासी लखन चंद्रवंशी ने पंचायत से ग्राम आबादी की जमीन एक प्लाट के लिए आवेदन दिया था. प्लॉट आवंटन की प्रकिया पूरी करने के लिए पंचायत सचिव भरत लाल चौधरी निवासी सीमलावदा ने उससे 20 हजार रुपये की मांग की थी. सचिव को बिना रिश्वत काम नहीं करने पर चंद्रवंशी ने घूस की मांग मान ली. लेकिन, 11 फरवरी को इसकी शिकायत उसने Economic Offences Wing एसपी दिलीप सोनी को भी कर दी. एसपी सोनी ने रिश्वत मांगने की शिकायत की जांच की और पुष्टि होने पर सचिव चौधरी को ट्रैप की योजना बनाई.

ऑफिस में हुआ ट्रैप

बनाई गई योजना के अनुसार, फरियादी चंद्रवंशी ने सचिव से रिश्वत को लेकर सौदेबाजी कर समय तय किया था. शुक्रवार को 20 हजार रुपये देना तय होने पर वह ईओडब्लू की योजनानुसार केमिकल लगे नोट लेकर पंचायत ऑफिस गया. यहां वह जैसे ही सचिव चौधरी ने रिश्वत देकर बाहर गया, तो उसका इशारा मिलते ही वहां छिपी EOW की टीम घुसी और सचिव को रंगे हाथ पकड़ लिया.

एक माह में हुई दूसरी कार्रवाई

बता दें कि एक महीने पहले, 18 जनवरी को भी EOW ने वसंत विहार निवासी को-ऑपरेटिव बैंक के रिटायर्ड सहायक प्रबंधक अनिल सुहाने के घर आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत पर छापा मारा था. कार्रवाई में करीब 8 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ था.

Advertisements
Advertisement