देशभर में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों को देखते हुए उज्जैन के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के पांच छात्रों ने एक अनोखी स्मार्ट डिवाइस बनाई है जो हार्ट अटैक या किसी भी अन्य आपातकालीन स्थिति में तुरंत मदद पहुंचा सकती है. छात्रों ने प्रोफेसर वाय.एस. ठाकुर के मार्गदर्शन में महज तीन महीने में यह डिवाइस बनाई है. यह डिवाइस सड़क पर जरूरतमंद महिलाओं और बुजुर्गों के लिए भी काफी उपयोगी साबित हो सकती है. हार्ट अटैक हो, किसी अजनबी द्वारा अटैक, चोरी या स्नैचिंग की घटना हो या सड़क दुर्घटना, सभी आपातकालीन स्थितियों में इस डिवाइस का इस्तेमाल किया जा सकता है.
उज्जैन के छात्रों ने बनाया कमाल का डिवाइस!
दरअसल, देश में हार्ट अटैक से होने वाली अधिकांश मौतों का मुख्य कारण समय पर इलाज न मिल पाना है. वहीं, कई बार महिलाएं और बुजुर्ग सड़क पर मदद के मोहताज होते हैं लेकिन उन्हें समय रहते सहायता नहीं मिल पाती. ऐसी ही आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के पांच छात्रों ने एक हाईटेक डिवाइस डिवाइस विकसित की है, जो हर किसी के लिए उपयोगी साबित हो सकता है.
ऐसे काम करेगा डिवाइस
इस डिवाइस में सेंसर, कैमरा, सिम कार्ड, बैटरी, कैमरा, प्रोसेसर, सर्किट फिट किया गया है, जो हार्ट रेट असामान्य रूप से कम या अधिक होने पर तुरंत पता लगा लेगा. यदि ब्लड प्रेशर भी असामान्य पाया जाता है तो डिवाइस से मोबाइल में पहले से दर्ज 100 नंबरों पर अलर्ट मैसेज भेजेगा. यदि मैसेज के बाद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है तो यह एक के बाद एक 100 लोगों को कॉल करेगा. जब तक कोई जवाब नहीं देता, कॉल पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर यह डिवाइस वीडियो कॉल करेगा. इसमें ऑडियो और वीडियो दोनों की सुविधा उपलब्ध है. इस डिवाइस को महज 5 हजार रुपये की लागत से तैयार किया गया है.
सिर्फ तीन महीने में तैयार हुआ डिवाइस
बता दें कि उज्जैन के इंजीनियरिंग कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन ब्रांच के अंतिम वर्ष के छात्रों मोहित कुमार, हर्ष श्रीवास्तव, राहुल सिंह रावत, ओम कृष्ण कुमार जायसवाल और विशाल रघुवंशी ने प्रोफेसर वाय.एस. ठाकुर के मार्गदर्शन में इस डिवाइस को बनाया है. इसे महज तीन माह में तैयार कर लिया गया.