पीएम मोदी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान लगातार यह दावा कर रहे हैं कि इस बार उनकी पार्टी 400 पर करेगी. विपक्ष उनके दावे को लेकर के लगातार यह कह रही है कि अगर बीजेपी को 400 सीटें आई तो संविधान को बदल दिया जाएगा. तो वहीं भाजपा के नेताओं द्वारा लगातार यह कहा जा रहा है कि अगर विपक्षी पार्टियों की सरकार बनी तो वे SC, ST, OBC आरक्षण छीनकर मुसलमान को दे देगी. दोनों ही गठबंधन पुरजोर तरीके से अपने-अपने मुद्दों को बुलाने की कोशिश कर रही है. भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार विपक्षी गठबंधन पर हमलावर है. अब इस क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम भी जुड़ गया है. उमा भारती ने ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि विपक्षी गठबंधन के नेता ने उन मुद्दों को उठाया ही नहीं जिस पर प्रधानमंत्री मोदी खड़े हैं. ये मोदी विरोधी एकता है. मोदी विचार विरोधी एकता नहीं है. मुझे लगता है की इस बार के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का सूपड़ा साफ हो जाएगा और भारतीय जनता पार्टी 400 पर नहीं 500 पर कर जाएगी.
उमा भारती भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख नेताओं में रहीं हैं. राम मंदिर आंदोलन के दौरान भी उनका प्रमुख चेहरे के तौर पर देखा गया था. प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल में भी वह केंद्र में मंत्री बनी थी और गंगा जैसे प्रमुख मंत्रालय की जिम्मेदारी उनको मिला था. फिलहाल उमा भारती भाजपा की सक्रिय राजनीति से दूर हैं, लेकिन समय-समय पर वह मीडिया में बयान देकर सुर्खियों में बनी रहती हैं.
भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं के तरफ से लगातार यह दावा किया जा रहा है कि चुनाव में देशभर की जनता उन्हें जबर्दस्त समर्थन दे रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार अपनी सरकार बनाएंगे. 6 चरणों के लिए वोट भी डाले जा चुके हैं. 1 जून को अंतिम चरण के लिए वोटिंग होना है और 4 जून को देश के सामने चुनाव का परिणाम होगा. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA 400 पर करती है या विपक्षी गठबंधन के लिए चमत्कार होगा ये भी 4 जून को स्पष्ट हो जाएगा.