उमरिया: संगम रोजगार मेला में 279 युवाओं को मिला रोजगार, लेकिन अव्यवस्था से नाराज हुए अभ्यर्थी

उमरिया: जिले में बेरोजगार युवाओं के लिए आयोजित संगम रोजगार मेला, प्रधानमंत्री कौशल केंद्र खलेसरनाका में संपन्न हुआ. इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर एवं रोजगार अधिकारी अंबिकेष प्रताप सिंह ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार कंपनियों में आवेदन करें और चयनित होने के बाद पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ कार्य करें. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इच्छुक युवा जिला व्यापार एवं उद्योग कार्यालय से संपर्क कर विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकते हैं.

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279 युवाओं को विभिन्न कंपनियों में मिला रोजगार

मेले में कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया और कुल 279 युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए गए. इनमें-

एचडीबी फाइनेंस उमरिया – 10 युवाओं को नौकरी

एलआईसी उमरिया – 25 युवाओं को नौकरी

एसबीआई कार्ड – 41 युवाओं को नौकरी

फोनपे – 32 युवाओं को नौकरी

निप्पोन – 32 युवाओं को नौकरी

डी मार्ट – 37 युवाओं को नौकरी

पेटीएम – 36 युवाओं को नौकरी

ग्रेट स्मार्ट – 24 युवाओं को नौकरी

मोबाइल पे – 42 युवाओं को नौकरी

 

रोजगार पाने उमड़ा बेरोजगारों का सैलाब

रोजगार मेले में बड़ी संख्या में बेरोजगार युवक-युवतियां पहुंचे, जिससे केंद्र पर भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि, इतनी बड़ी संख्या में आए लोगों को नियंत्रित करने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, जिससे अव्यवस्था का माहौल बन गया.

कई अभ्यर्थियों ने शिकायत की कि उन्हें सही जानकारी नहीं मिली, जिससे वे एक स्टॉल से दूसरे स्टॉल भटकते रहे। वहीं, पंजीकरण प्रक्रिया भी धीमी होने के कारण कई युवा समय पर आवेदन नहीं कर सके. कुछ कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी अव्यवस्था की शिकायत करते हुए कहा कि समुचित व्यवस्थाएं होतीं, तो भर्ती प्रक्रिया अधिक सुचारू रूप से संचालित की जा सकती थी.

 

युवाओं ने जताई नाराजगी

रोजगार की उम्मीद में आए कुछ अभ्यर्थियों ने निराशा जताई कि मेले में सिर्फ सीमित कंपनियों के अवसर थे और कई क्षेत्रों के लिए पर्याप्त नौकरियां उपलब्ध नहीं थीं. उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में बेहतर प्रबंधन के साथ इस तरह के आयोजन हों, जिससे अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके.

 

अधिकारियों का दावा 

इस अव्यवस्था पर जब अधिकारियों से सवाल किया गया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि भीड़ अधिक होने के कारण कुछ कठिनाइयां आईं. उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में रोजगार मेलों का आयोजन अधिक सुव्यवस्थित तरीके से किया जाएगा, ताकि हर युवा को समान अवसर मिल सके और मेला अधिक प्रभावी साबित हो.

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