उमरिया : मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां के पनपथा बफर जोन के जाजागढ़ बीट में एक बाघ का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया. प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि ग्राम सुखदास की सीमा पर स्थित भदार नदी किनारे यह बाघ खेत में अवैध रूप से बिछाए गए बिजली के तारों की चपेट में आ गया था.
बाघ की मौत के बाद शिकारियों ने उसे छुपाने के लिए शव को जमीन में दफना दिया। हालांकि, टाइगर रिजर्व प्रशासन को गुप्त सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम डॉग स्क्वायड के साथ मौके पर पहुंच गई. घटनास्थल पर जांच करने के बाद बाघ का शव बरामद किया गया, जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका था.
वन विभाग की सतर्कता और सख्ती के चलते इस मामले में दो शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान रामचरण कोल और पांडू कोल के रूप में हुई है. इनसे गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस घटना के पीछे किसी बड़े शिकारी गिरोह का हाथ है.
यह घटना वन्यजीव संरक्षण के लिए एक गंभीर चेतावनी है. बाघों की लगातार घटती संख्या के बावजूद, अवैध शिकार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिससे वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्त कार्रवाई करता है और क्या इन दोषियों को कड़ी सजा मिल पाती है या नहीं.