दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन कैसीनो रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें QR कोड, मोबाइल ऐप और OTP का उपयोग करके लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा था। इस मामले में मुंबई से जुड़े 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह रैकेट लंबे समय से सक्रिय था और कई राज्यों में लोगों को अपने जाल में फंसाकर बड़ी रकम ठग रहा था।
जांच के दौरान पता चला कि रैकेट के सदस्य अलग-अलग मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए यूजर्स को लुभाते थे। QR कोड स्कैन कराने पर यूजर को ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जाता और इसके बाद OTP के माध्यम से अकाउंट वेरिफिकेशन कराया जाता। इसके बाद यूजर को कैसीनो गेम्स में खेलने के लिए पैसे जमा कराने के लिए प्रेरित किया जाता। कई लोगों ने इस जाल में फंसकर लाखों रुपये गंवा दिए।
पुलिस ने बताया कि रैकेट के सदस्य स्मार्ट तरीकों से अपनी पहचान छिपाते थे। उनका मुख्यालय मुंबई में था, लेकिन संचालन दिल्ली और अन्य शहरों में भी फैलाया गया था। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि वे विभिन्न डिजिटल माध्यमों से लोगों को लुभाने और धोखाधड़ी करने में माहिर थे।
इस कार्रवाई में दिल्ली पुलिस साइबर क्राइम सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, मोबाइल डेटा और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच के बाद रैकेट का पर्दाफाश किया। पुलिस ने बताया कि रैकेट के पास से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप और नकदी भी जब्त की गई है, जो ठगी के सबूत के रूप में इस्तेमाल होंगे।
अधिकारियों ने जनता को चेतावनी दी है कि किसी भी अनजान ऐप या QR कोड पर भरोसा न करें। OTP और बैंक डिटेल्स किसी भी संदिग्ध स्रोत के साथ साझा न करें। इस तरह की ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए हमेशा आधिकारिक और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करना चाहिए।
पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है और अन्य जुड़े अपराधियों को भी पकड़ने की कोशिश की जा रही है। इस मामले से यह स्पष्ट हो गया है कि डिजिटल दुनिया में सतर्क रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि छोटी सी चूक भी भारी नुकसान का कारण बन सकती है।
इस कार्रवाई ने ऑनलाइन ठगी और अवैध कैसीनो संचालन के खिलाफ कानून प्रवर्तन की सख्ती को भी उजागर किया है।