वाशिंगटन पोस्ट ने कथित तौर पर सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने की साजिश रचने के लिए एक भारतीय अधिकारी का नाम बताया था. अधिकारी का नाम सामने आने के बाद भारत ने मंगलवार को मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि रिपोर्ट में अनुचित और निराधार आरोप लगाए गए हैं.
अखबार ने अज्ञात सोर्स का हवाला देते हुए पन्नुन की हत्या की कथित साजिश के संबंध में एक रॉ अधिकारी का नाम लिया था. इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, “संबंधित रिपोर्ट में एक गंभीर मामले पर अनुचित और निराधार आरोप लगाए गए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘संगठित अपराधियों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के नेटवर्क पर अमेरिकी सरकार की ओर से शेयर की गई सुरक्षा चिंताओं को देखने के लिए भारत सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है, जो अभी जांच कर रही है.’ जयसवाल ने कहा, ‘इस मामले पर अटकलें और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां करना ठीक नहीं हैं.’
इससे पहले पिछले साल नवंबर में अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर अमेरिकी धरती पर एक सिख चरमपंथी पन्नू को मारने की नाकाम साजिश में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ काम करने का आरोप लगाया था. आतंकवाद के आरोप में भारत में वॉन्टिड पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है.
गौरतलब है कि बीते 7 दिसंबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में कहा था कि भारत ने मामले में अमेरिका से प्राप्त इनपुट पर गौर करने के लिए एक जांच समिति का गठन किया है. क्योंकि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर डालता है.