अनुचित, अन्यायपूर्ण और गैर-जरूरी फैसला… ट्रंप के 50% टैरिफ पर भारत का जवाब

अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है. इस पर विदेश मंत्रालय का जवाब आया है. मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. इसमें कहा है, हाल के दिनों में अमेरिका ने रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है. हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही साफ कर दी है. इसमें यह भी शामिल है कि हमारा इंपोर्ट बाजार पर आधारित है और देश के लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से किया जाता है.इसलिए ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर उन कार्यों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का विकल्प चुना है जो कई अन्य देश भी अपने हित में कर रहे हैं. हम दोहराते हैं कि ये अनुचित, अन्यायपूर्ण और गैर-जरूरी फैसला है. भारत अपने हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा.

कोई भी मंत्री जवाब क्यों नहीं दे रहा है?

ट्रंप के ऐलान के बाद देश में सियासी भूचाल आ गया है. विपक्ष सरकार पर हमलावर है. इस कड़ी में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, कोई भी मंत्री इसका जवाब क्यों नहीं दे रहा है? सभी मंत्री चुप क्यों हैं? क्या अमेरिका के साथ व्यापार समझौता हुआ है या नहीं? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है.

तो लोग अमेरिका में हमसे सामान नहीं खरीदेंगे

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह हमारे लिए कोई अच्छी खबर है. 50 प्रतिशत टैरिफ से अमेरिका में बहुत से लोगों के लिए हमारे उत्पाद पहुंच से बाहर हो जाएंगे. मुझे डर है कि अगर आप वियतनाम, इंडोनेशिया, फिलीपींस यहां तक कि बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों पर भी नजर डालें, जहां टैरिफ हमसे कम हैं तो लोग अमेरिका में हमसे सामान नहीं खरीदेंगे, अगर उन्हें कहीं और सस्ता मिल सकता है.

उन्होंने कहा, इसलिए यह अमेरिका को हमारे निर्यात के लिए बहुत अच्छा नहीं है. हमें उन देशों और बाजारों में गंभीरता से विविधता लाने की जरूरत है जो हमारी पेशकश में रुचि रखते हों. अब हमारा ब्रिटेन के साथ एक मुक्त व्यापार समझौता है. हम यूरोपीय संघ से बात कर रहे हैं. ऐसे कई देश हैं जहां हम उम्मीद करते हैं कि हम ऐसा कर पाएंगे लेकिन फिलहाल ये निश्चित रूप से एक झटका है.

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