राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर सोनिया गांंधी की टिप्पणी पर राष्ट्रपति भवन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस के बयान को न केवल गलत कहा, बल्कि इसे राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला भी बताया. दरअसल, कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी ने बजट सत्र पर राष्ट्रपति के भाषण को लेकर कहा कि Poor lady was tired at the end, जबकि राहुल गांधी ने इसे उबाउ कहा था. इन्हीं बयानों पर राष्ट्रपति भवन ने जवाब दिया हे.
राष्ट्रपति भवन ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने संबोधन के दौरान किसी भी पल थकी नहीं थीं. उन्होंने पूरे आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ संसद को संबोधित किया. विशेष रूप से जब वे हाशिए पर खड़े समुदायों, महिलाओं और किसानों के अधिकारों की बात कर रही थीं, तब वे और भी ज्यादा संकल्पित थीं. राष्ट्रपति को विश्वास है कि इन वर्गों की आवाज उठाना कभी भी थकावट का कारण नहीं बन सकता, बल्कि यह उनके कर्तव्य का एक अहम हिस्सा है.
हिंदी भाषा की समझ पर उठाए सवाल
इसके अलावा, राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस नेताओं की हिंदी भाषा की समझ पर भी सवाल उठाए. बयान में कहा गया कि संभवतः ये नेता हिंदी भाषा की लोकोक्तियों और मुहावरों से भली-भांति परिचित नहीं हैं, जिसके कारण उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण की गलत व्याख्या कर ली. राष्ट्रपति भवन ने कहा कि ऐसे भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण बयानों से बचा जाना चाहिए, जो न केवल अनावश्यक विवाद खड़ा करते हैं, बल्कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाते हैं.
राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस नेताओं के बयानों को खराब और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां पूरी तरह से अनुचित हैं और इन्हें टाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं से अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी भाषा और आरोपों को लेकर सतर्क रहें.
राष्ट्रपति के प्रति सम्मान है- प्रियंका गांधी
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका इरादा राष्ट्रपति का अपमान करने का नहीं था. प्रियंका ने कहा, ‘मेरी मां 78 साल की हैं, उन्होंने बस इतना कहा कि राष्ट्रपति जी इतना लंबा भाषण देकर थक गई होंगी.’ इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. वो राष्ट्रपति का बेहद सम्मान करती हैं उनका कोई अपमान करने का इरादा नहीं था.