सिद्धार्थनगर: इटवा थाना क्षेत्र के सोननगर गांव में रविवार की शाम दी बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से मृत्यु भोज का बहिष्कार किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में बौद्ध भिक्षु सुयश ने उपस्थित अनुयाइयों को त्रिशरण एवं पंचशील का पाठ कराया.
भारतीय बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष राम मिलन गौतम ने कहा कि मृत्युभोज को समाप्त करने का संकल्प जरूर सफल होगा. उन्होंने सतीप्रथा और बाल विवाह का उदाहरण देते हुए कहा कि यह प्रथा भी एक सामाजिक अभिशाप रहा,जो अब खत्म हो चुका है.
तहसील अध्यक्ष अनिल गौतम ने बौद्ध धर्म को वैज्ञानिक बताते हुए कहा कि इसमें ढोंग और कर्मकाण्ड का कोई स्थान नहीं है. ये मानव-मानव समान का संदेश देता है. डुमरियागंज के तहसील अध्यक्ष सचिन भास्कर ने कहा कि लोग सिर्फ सामाजिक दबाव में मृत्युभोज जैसे कर्मकांड को करते हैं. राधेश्याम गौतम ने समाज के संपन्न लोगों से इस कुरीति को खत्म करने में सहयोग की अपील की.
कार्यक्रम का संचालन इटवा महासचिव राम प्रगट बौद्ध ने किया.
इस अवसर पर अनिल बौद्ध, परशुराम शास्त्री, ध्रुपराज गौतम, साहेबदीन, दयाशंकर, रविदास, अमर लाल सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे.