यूपी के मऊ में चंगाई सभा के नाम पर धर्म परिवर्तन करान एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. सूचना पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और पुलिस को बुलाया. मौके पर 400 से अधिक महिलाएं थीं. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मौके से धार्मिक सामग्री भी बरामद हुई है.
बता दें कि घोसी थाना क्षेत्र के ग्राम सभा पवनी में एक चंगाई सभा विवादों के घेरे में आ गई है. बजरंग दल के जिला संयोजक प्रांशु सिंह उर्फ तेजस ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर इस सभा को धर्मांतरण का खेल करार दिया. सभा संजय कुमार प्रजापति के घर पर आयोजित की गई थी, जिसमें आसपास के 10 गांवों से करीब 400 महिलाएं शामिल थीं.
चंगाई सभा के नाम पर धर्मान्तरण का आरोप
बजरंग दल के जिला संयोजक प्रांशु सिंह ने आरोप लगाया कि पवनी गांव में आयोजित इस चंगाई सभा के जरिए भोले-भाले ग्रामीणों, खासकर महिलाओं को ‘चंगाई’ का लालच देकर ईसाई धर्म में परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था. दावा किया कि मौके से बाइबल बरामद हुई और सभा के आयोजक संजय कुमार प्रजापति को पुलिस ने हिरासत में लिया है. प्रांशु सिंह ने कहा कि यह प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण की साजिश थी, जिसमें विशेष रूप से महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा था.
चंगाई सभा से ठीक होने का दावा
चंगाई सभा में शामिल एक महिला पूनम ने बताया कि वह दवाओं और झाड़-फूंक से तंग आकर प्रार्थना सभा में शामिल हुई थी. उसके मुताबिक यहां दुआओं से उन्हें फायदा हुआ और कोई खर्चा नहीं लिया गया. जबकि बजरंग दल का दावा है कि यह सब धर्मांतरण की प्रक्रिया का हिस्सा था.
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही घोसी पुलिस मौके पर पहुंची और संजय कुमार प्रजापति को हिरासत में लिया. धर्मेद्र सिंह की तहरीर के आधार पर दो व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. सीओ घोसी ने बताया कि पवनी गांव में ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर एक धर्म से दूसरे धर्म में परिवर्तन कराने का प्रयास किया जा रहा था. दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
क्षेत्र में तनाव
मऊ में धर्मान्तरण के इस मामले के बाद तनाव बढ़ गया है, हिन्दू संगठनों के साथ ही स्थानीय ग्रामीण भी पुलिस और प्रशासन के रवैये से बेहद खफा हैं. लोगो का आरोप है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में गतिविधियां चल रहीं हैं और प्रशासन अनजान है.