उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक नाबालिग हिन्दू लड़की पिछले कई दिनों से घर से लापता थी. महुआडीह थाना क्षेत्र के धनौती गांव के रहने वाले लड़की के पिता संतोष उपाध्याय ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी. पुलिस ने आरोपीयो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी. वहीं आज पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर दिया है. इस घटना की मास्टर माइंड पश्चिम बंगाल की रहने वाली नरगिस खातून नामक मुस्लिम युवती का नाम निकल कर सामने आया है. इस घटना में शामिल नरगिस व उसका पिता अलाउदीन, मां आयशा और उसकी बहन समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि नाबालिग लड़की की मुलाकात 8 महीने पहले इंस्टाग्राम पर पश्चिम बंगाल के आसनसोल की रहने वाली नरगिस से हुई थी. जिनके द्वारा आपस में मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान कर बातचीत की जा रही थी. इसी दौरान करीब 1 महीने पहले आरोपी नरगिस खातून पीड़िता के घर भी आयी थी, जिसको पीड़िता ने बलिया जिले जाकर अपने साथ घर लाई थी. नरगिस कुछ दिनों तक पीड़िता के गांव में ही रही थी.
आरोपी नरगिस खातून ने बताया कि वो और उसकी दो बहने, पिता साजिश करके पीड़िता को अपने भरोसे में लिया. इस दौरान उसे बहला फुसलाकर में लेकर बलिया बुलाया, जहां से आरोपी नरगिस आकर अपनी बहन व पिता के सहयोग से पीड़िता को लेकर अपने घर पश्चिम बंगाल के आसनसोल पहुंची. नरगिस ने पीड़िता को अपने ही घर में रखा था.
पुलिस ने सभी को किया अरेस्ट
वहीं पुलिस टीम ने आरोपियों के घर पहुंचकर नाबालिग लड़की को बरामद किया. वहीं इसके साथ ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने सारी सच्चाई पुलिस को बता दी. वहीं पीड़िता के पिता ने कहा कि लड़की ने सहेली के घर जाने का बहाना बनाकर बलिया पहुंची थी. उन्होंने कहा कि नरगिस ने उनकी भोली-भाली बेटियों और परिवार को इस कदर अपने जाल में फंसाया कि वे उसे मना नहींकर पाए.