UP Police Constable Exam 2024: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली का मामला सामने आया है. यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने आगरा और प्रतापगढ़ से पांच ठगो को गिरफ्तार किया है. ये लोग अभ्यर्थियों से पैसा लेकर परीक्षा से पहले पेपर देने का झांसा देकर ठगी कर रहे थे.
प्रतापगढ़ में दो गिरफ्तार
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
यूपीएसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने प्रतापगढ़ के मानिकपुर थाना क्षेत्र से शुभम सोनकर और पवन कुमार को गिरफ्तार किया है. ये दोनों यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों से 14 लाख रुपये लेकर पेपर देने का झांसा दे रहे थे. इनके एक साथी अरुण प्रताप सिंह अभी भी फरार है और एसटीएफ उसकी तलाश कर रही है.
आगरा में तीन गिरफ्तार
वहीं, आगरा के ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र से एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने अमित कुमार, विनय बघेल और अखिलेश को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने आगरा के ट्रांस यमुना इलाके से इन तीनों को गिरफ्तार किया है. ये तीनों आगरा के एक होटल में ठहरे हुए थे और अभ्यर्थियों से 15 लाख रुपये में पेपर देने के नाम पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक एडवांस लेते थे. अगर कोई अभ्यर्थी अपनी मेहनत से परीक्षा पास हो जाता था तो ये पूरा पैसा वसूल लेते थे.
झांसी में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र
पकड़े गए अभ्यर्थियों का झांसी के सिपरी बाजार में ऑनलाइन परीक्षा करने वाला एक डीएसबी कंप्यूटर लैब भी है. यह मामला उन लाखों अभ्यर्थियों के लिए चिंता का विषय है जो ईमानदारी से परीक्षा देते हैं. यह मामला सरकार के लिए एक चुनौती है क्योंकि उसे भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करनी होगी. फरवरी 2024 पेपर लीक के चलते परीक्षा रद्द करके अगस्त में दोबारा आयोजित की जा रही है.
बता दें कि यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल की कुल 60,244 रिक्तियों के लिए करीब 48 लाख युवाओं ने आवेदन किया था. फरवरी में भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद, 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त 2024 को दो-दो शिफ्ट में री-एग्जाम हुआ. इस बार सख्ती बढ़ी तो लाखों अभ्यर्थियों ने भर्ती परीक्षा छोड़ दी. इस बार परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. आला अधिकारी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं. CCTV कैमरों की मदद से एग्जाम रूम की लाइव मॉनेटरिंग की जा रही है. एग्जाम सेंटर पर परीक्षार्थियों की एंट्री से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से वेरिफिकेशन हो रही है. बावजूद इसके जालसाज पेपर में सेंधमारी की कोशिश में लगे हैं.