उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां जिस लड़की को मरा समझकर परिवार ने हत्या का आरोप लगाया और पुलिस ने अंतिम संस्कार भी करवा दिया, वह तीन महीने बाद जिंदा मिली है. यह मामला कोखराज थाना क्षेत्र का है.
18 मार्च 2025 को नौढिया रेलवे लाइन के पास एक अज्ञात महिला की लाश मिली थी. दो दिन बाद साईं का पूरा गांव निवासी विनोद कुमार ने उस शव की पहचान अपनी 17 वर्षीय बहन अनुराधा पटेल के रूप में की. विनोद ने गिरधरपुर गढ़ी निवासी विष्णु और बिदनपुर निवासी संदीप पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में हंगामा किया.
तीन महीने बाद जिंदा मिली मृत घोषित लड़की
पुलिस ने शव को लावारिस मानकर अंतिम संस्कार भी करवा दिया. लेकिन मामला संदिग्ध लगने पर डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है.
इसी बीच सर्विलांस टीम को जानकारी मिली कि अनुराधा जिंदा है और अपने भाई से इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉलिंग कर रही है. लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने अनुराधा को शहजादपुर से बरामद कर लिया.
बरामदगी के दौरान उसका प्रेमी विष्णु फरार हो गया. एसपी राजेश कुमार के अनुसार, लड़की खुद को पुणे में प्रेमी के साथ रहना बता रही है. उसका बयान 164 के तहत कोर्ट में दर्ज कराया गया है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
इस पूरे मामले ने न केवल पुलिस और परिजनों को चौंकाया, बल्कि एक अज्ञात शव की पहचान को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं. अब सबकी नजर डीएनए रिपोर्ट पर टिकी है.