UPPSC New Rules: यूपीपीएससी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर प्रिंटर होगा जिम्मेदार, अब नियमों में बदलाव के लिए विधेयक ला रही योगी सरकार

UPPSC New Rules: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के नियमों में बदलाव होगा. इसको लेकर योगी सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस संबंध में योगी सरकार विधानसभा के मानसून सत्र में विधेयक लाने जा रही है. ये पूरी कवायद यूपीपीएससी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर है. नए प्रस्तावित प्रावधानों के तहत यूपीपीएससी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर प्रिंटर की जवाबदेही होगी.

आइए जानते हैं कि योगी सरकार यूपीपीएससी के कौन से नियमों में संशोधन करने जा रही है? साथ ही जानेंगे कि यूपीपीएसी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक रोकने के लिए कौन से नए प्रावधान लागू किए जाने हैं

योगी सरकार यूपीपीएससी नियमों में संशोधन के लिए विधानसभा में लोक सेवा आयोग प्रक्रिया विनियमन संशोधन विधेयक, 2025 पेश करने जा रही है. ये विधेयक सोमवार से शुरू हुआ मानसून सत्र में पेश किया जाना है. इस विधेयक को लाने का मुख्य मकसद यूपीपीएससी भर्ती परीक्षा प्रणाली को मजबूत करना और पेपर लीक की घटनाओं पर अंकुश लगाना है. असल में इससे पूर्व 22 जुलाई को यूपी सरकार की कैबिनेट बैठक में यूपीपीएससी नियमों में संशोधन को मंजूरी मिली थी

यूपीपीएससी के इन नियमों में होगा संशोधन

योगी सरकार की योजना यूपीपीएससी अधिनियम, 1985 की धारा 10 की उपधारा 1, 3, 4, और 5 में संधोधन का है. इनमें बदलाव से यूपीपीएएसी भर्ती परीक्षा के पेपर बनाने के साथ ही पेपर की गोपनीयता से जुड़े नियमों में बदलाव होगा. वहीं इन संशोधन से पेपर लीक होने की स्थिति में जवाबदेही सुनिश्चित करने का प्रावधान किया गया है.

अब चार अलग-अलग सेट में तैयार होंगे पेपर

योगी सरकार की तरफ से यूपीपीएससी के नियमों में संशोधन की तैयारी है. इसके बदले कुछ नए नियम जोड़े जाएंगे. इन नियमों के जुड़ने के बाद यूपीपीएससी भर्ती परीक्षा के पेपरों के चार अलग-अलग सेट तैयार किए जाएंगे. पूर्व तक तीन सेट तैयार होते थे. यूपीपीएससी के संशोधित नियमों में ये व्यवस्था की गई है कि पेपर का प्रत्येक सेट अलग-अलग एक्सपर्ट्स से तैयार करवाया जाए.

पेपर लीक हाेने पर प्रिंटर होगा जिम्मेदार

योगी सरकार की तरफ से यूपीपीएससी के प्रस्तावित नियमों में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने समेत किसी भी तरह की अनियमितता के लिए प्रिंटर की जवाबदेही सुनिश्चित की गई है. इसके लिए यूपीपीएससी की धारा 10 की उपधारा 5 में संशोधन किया जा रहा है.

वहीं भर्ती परीक्षा में पेपरों की गोपनीयता बनाए रखने की पूरी व्यवस्था की गई है, जिसके तहत पेपर के 4 अलग-अलग सेट तैयार किए जाने के बाद उन्हें एक्सपर्ट रसीदों के साथ सीलबंद लिफाफे में आयोग में जमा कराएंगे. जिनकी जांच करने के बाद बिना पहचान चिन्ह के उन्हें परीक्षा नियंत्रक को सौंपा जाएगा.

इस कवायद के बाद परीक्षा नियंत्रक पेपरों के 4 सेट में से एक सीलबंद सेट का चयन करेगा, जिसे प्रिंट कराने के लिए प्रिंटर के पास भेजा जाएगा. इस दौरान सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रिंट हुए पेपर रंग कोड और गोपनीय कोड के साथ सीलबंद पैकेट में परीक्षा केंद्रों पर पहुंचें.

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