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बंगाल में रेप पर फिर बवाल, एक आरोपी को पीट-पीटकर मार डाला, प्रदर्शन-आगजनी

पश्चिम बंगाल में फिर रेप पर बवाल मचा हुआ है. पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा में एक पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है. स्थानीय लोग न्याय की मांग पर प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपी पड़ोसी की पीट-पीटकर हत्या कर दी है.

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इस बीच अलीपुरद्वार के फालाकाटा में घटना के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने एक दूसरे युवक को गिरफ्तार किया है. उधर, इलाके में भारी तनाव है. स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. टायर जला कर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

फालाकाट में सुबह से ही हो रहे हैं प्रदर्शन

शनिवार की सुबह से ही इलाके के लोग गुस्से में है और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीण पूरे गांव में घूम-घूम कर नारे लगा रहे हैं और आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीण इथोलबाड़ी से फालाकाटा जाने वाली मुख्य सड़क को भी अवरुद्ध कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फालाकाटा थाना अंतर्गत एक गांव में शुक्रवार की दोपहर एक बच्ची घर के सामने खेल रही थी. माता-पिता खेती करने गए थे. वे घर लौटे और बच्ची को न देखकर तलाश की. स्थानीय लोगों की मदद से लड़की को ढूंढा गया. लेकिन तब उसके शरीर में जान नहीं बची थी. बच्ची का शव तालाब के किनारे मिला. रेप और हत्या के आरोप लगे.

आरोपी को पेड़ में बांधा और पीट-पीटकर मार डाला

आरोप है कि आरोपी बच्ची को बहला-फुसलाकर ले गए थे और फिर रेप कर हत्या कर दी. स्थानीय लोगों ने घटना में शामिल होने के आरोप में एक युवा पड़ोसी को पकड़ लिया और उसे पेड़ से बांध दिया. पिटाई सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर गई तो विरोध हुआ. कई देर के बचाव के बाद आरोपी को अस्पताल ले जाया गया. जहां बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया.

पुलिस सूत्र के मुताबिक उस घटना में एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया है. पुलिस ने शनिवार को आरोपी युवक को अलीपुरद्वार जिला अदालत में पेश किया. स्थानीय लोगों के एक वर्ग ने दावा किया कि बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था.

कुणाल घोष ने दोषी को सजा देने की मांग की

दूसरी ओर, अलीपुरद्वार मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया होने लगी है. विपक्ष ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं. महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं.

इस संदर्भ में सत्तारूढ़ दल की ओर से कुणाल घोष ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा, अलीपुरद्वार जैसी घटनाएं सामाजिक समस्याएं हैं. जघन्य अपराधों के मामलों में जहां सख्त सजा या पुलिस सक्रियता पर्याप्त नहीं है.

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