Uttar Pradesh: मुजफ्फरनगर में 100 साल पुरानी मजार तोड़ी, स्थानीय लोगों में आक्रोश

 

मुजफ्फरनगर : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पेट्रोल पंप बनाने के लिए 100 साल पुरानी मजार को गिराए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर लोगों ने आक्रोश प्रदर्शित किया है. जिले के कांधला रोड पर 100 साल पुरानी सूफी मजार को कथित तौर पर जमीन से जुड़े कारणों से गिरा दिया गया. हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माने जाने वाले इस मजार को शाम को गिरा दिया गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि, इस जगह पर पेट्रोल पंप बनाने के लिए जमीन खाली करने के लिए ऐसा किया गया.

बुढ़ाना कस्बे के निवासी पवनीश कुमार की ओर से पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पीर बाबा मजार को गिराए जाने का मामला सामने आया है. पवनीश ने अपने बयान में जमीन मालिक गुलजारुद्दीन पर अमीर जिया, अमन अहमद और 15-20 साथियों के साथ मिलकर मजार को गिराने का आरोप लगाया.

सब्जी मंडी के पास स्थित इस जगह पर कथित तौर पर पेट्रोल पंप स्थापित करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के लिए मजार गिराने की कार्रवाई की गई.
शिकायत के बाद बुढ़ाना के एसडीएम समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. बुढाना डीएसपी गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि, धारा 298 (किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को अपवित्र करना) सहित कानून की प्रासंगिक बीएनएस धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. एसएचओ आनंद मिश्रा ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है और निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

इस घटना ने समुदाय के सदस्यों के बीच चिंता पैदा कर दी है. हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए जाना जाने वाला यह मजार एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल था. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि अधिकारी भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाएं.

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