बदायूं: एक तरफ संभल में पूरातत्व काल के स्थलों को सर्च किया जा रहा और एएसआई सर्वे कर रही है, तो दूसरी तरफ यूपी में अनेक प्राचीन हिन्दू ऐतिहासिक स्थल, मंदिर, कूप,और किले खोजने के मामले सामने आ रहे हैं.
वहीं बदायूं में भी एक 1400 सौ साल पुराना पुरातात्विक स्थल जिसे लोग भैरों बाबा का मंदिर मानते आ रहे हैं आज वह नष्ट होने के कगार पर है, कई बार इसको लेकर ग्रामीणों ने सरकार से मांग की कि पुरातत्व विभाग और पर्यटन विभाग इसके पुनरोद्धार करे लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया, एक बार पुरातत्व विभाग ने इस स्थल को देखा भी तो लगा अब यहां कुछ कार्य होगा और इस अति प्राचीन स्थल के दिन बहुरेंगे.
बदायूं जिले के उसैहत थाना क्षेत्र के ग्राम खेडा जलालपुर में भैरों बाबा के नाम से जाना जाने वाला यह प्राचीन स्थल अब अपने अबशेष भी खोता जा रहा है, यहां पर अति प्राचीन पत्थर की मूर्तियां अबशेष के रूप में हैं, वहीं मूर्तियों के स्वरूप को देखकर यह जैन मंदिर या बुद्ध की मूर्ति जैसे अबशेष प्रतीत हो रहे हैं, यहां गत 3 वर्ष पहले विवाद उठा तो राजस्व विभाग ने निरीक्षण किया, लेकिन मामला पुरातत्व से जुडा होने के कारण कुछ नहीं हुआ.
आपको बता दें इस स्थल के आसपास मुस्लिम बस्ती है इसलिए यहां पर साफ सफाई भी नहीं होती बस बर्ष में एक दो बार लोग भंडारा आदि करते हैं जब बरसात नहीं होती लोगों की आस्था है इस स्थल पर भौंरा (बाटी) का भंडारा करते तो बारिश लाजमी होती है और किसान को राहत मिलती है, बडी आवादी का गांव है यहां के लोगों की आस्था है सरकार इसका जीर्णोद्धार करे और हमारी अति प्राचीन स्थल की नष्ट होने से रक्षा करें.
वहीं आपको बता दें कि यहां के बुजुर्ग बताते चलें आ रहे हैं कि इस स्थान के बारे में मानना है कि, यह देवताओं ने कभी कहीं से पत्थर लाकर रात में बनाया था लेकिन सुबह जब लोग जाग गए तो देवता गण निर्माण अधूरा छोड़ गए, आपको यह भी बता दें, इस स्थल का निर्माण ऐसे पत्थर का है जो यूपी में होता ही नहीं है इतने विशाल पत्थर है जिनको हिलाना भी संभव नहीं, जिससे स्पष्ट लगता कि, यह स्थल देवता गणों ने ही बनाया होगा.