Uttar Pradesh: अयोध्या में मकर संक्रांति के महाकुंभ स्नान पर्व ने आस्था का नया आयाम छू लिया है, बुधवार को लाखों श्रद्धालु सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। शहर की हर गली, हर चौक, और हर मुख्य मार्ग श्रद्धालुओं से खचाखच भरे नजर आए.
ग्राउंड रिपोर्ट:
महाकुंभ के इस पवित्र मौके पर अयोध्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सरयू नदी के प्रमुख घाट जैसे रामघाट, वासुदेव घाट, और छोटी छावनी पर तड़के से ही स्नान और दान-पुण्य का सिलसिला शुरू हो गया.
भीड़ का आलम यह रहा कि रामलला और हनुमानगढ़ी जैसे मंदिरों तक जाने वाले मार्ग श्रद्धालुओं से पट गए। कतारें रामपथ तक फैली हुई थीं.
प्रशासनिक चुनौतियां:
अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन के सभी इंतजाम नाकाफी साबित हुए। हाईवे से लेकर मुख्य मार्ग और गालियां पूरी तरह से जाम रहीं।
यातायात को सुचारू बनाने के लिए दोपहिया और चारपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया। ई-रिक्शा और ऑटो भी बंद रहे, जिससे रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया:
श्रद्धालुओं का कहना है कि अयोध्या में स्नान का अनुभव बेहद पवित्र और अद्वितीय है। हालांकि, जाम और भारी भीड़ के चलते उन्हें परेशानी भी उठानी पड़ी।
विशेष जानकारी:
इस महाकुंभ स्नान के दौरान प्रशासन ने सभी प्रमुख घाटों पर सुरक्षा बढ़ा दी है. पुलिसकर्मी हर चौराहे और प्रमुख स्थलों पर तैनात हैं, लेकिन भारी भीड़ के सामने वे भी लाचार नजर आ रहे हैं.
महाकुंभ स्नान पर्व पर उमड़ी इस आस्था की भीड़ ने एक बार फिर अयोध्या की महत्ता और भव्यता को दर्शाया है, हालांकि, श्रद्धालुओं से अपील है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और यात्रा को सुव्यवस्थित बनाने में योगदान दें.