Uttar Pradesh: बरेली में एक हनी ट्रैप का मामला सामने आया है यह गैंग लोगों को झूठे रेप केस में फंसा कर वसूली करता था गैंग का मास्टरमाइंड पीडब्ल्यूडी विभाग का कर्मचारी निकला पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
उसके साथ में चार महिलाएं भी शामिल है यह लोग अच्छे परिवार के लोगों को झूठे मामलों में फंसा कर ब्लैकमेल करते थे पुलिस ने उनके मोबाइल से ऑडियो क्लिप बरामद की है जिसमें ब्लैकमेलिंग की बात भी मिली है.
झूठे केस दर्ज कर ब्लैकमेल करते थे
गिरोह के छह सदस्यों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। चपरासी निरंजन के साथ इस गैंग में शामिल चंद्रकली, हीराकली ,नन्ही देवी और वैशाली नाम की महिलाओं को भी आरोपी बनाया गया है। यह लोग झूठे रेप के दर्ज करा कर लोगों से लाखों रुपए वसूलते थे रुपए न देने पर कोर्ट के जरिए केस दर्ज करने जाते थे यह गैंग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर रहीसजादो को अपने जाल में फसता है इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसा मांगता है जो पैसे नहीं देता या मना कर देता है उसके खिलाफ गैंग में शामिल महिला रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा देती हैं.
तीन मामले पकड़े तब हुआ गैंग का खुलासा
फतेहगंज पूर्वी निवासी सुधांशु अग्रवाल उर्फ गोलू ने बताया कि आठ जनवरी 2025 को एक महिला चंद्रकली ने उसके खिलाफ झूठा रेप केस दर्ज कराया लेकिन जांच में सामने आया कि जिस वक्त की घटना बताई गई उस वक्त वह सीबीगंज में एक दुकान पर थे मामला फर्जी निकला और मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई। इसी तरह नंदी देवी नाम की महिला ने टीकाराम मौर्य के खिलाफ केस दर्ज कराया और खुद स्वीकार किया वह चंद्रकली के घर रात बिताने जा रही थी. एक अन्य मामला शांति विहार निवासी हीराकाली ने अख्तर हुसैन रिजवी पर केस दर्ज कराया था पीड़ितों ने दावा किया कि इन मामलों में पीछे एक गैंग काम कर रहा है.
गिरफ्तार चपरासी निरंजन के मोबाइल से कई ऑडियो क्लिप मिली है जिसमें वह महिलाओं के साथ मिलकर लोगों को फसाने और पैसे वसूलने की प्लानिंग करता सुना गया है. पुलिस इन ऑडियो क्लिप की जांच कर रही है और बाकी आरोपियों की तलाश में दविश दे रही है.