उत्तर प्रदेश: दूध पीते बच्चे को भेड़िया उसकी मां की गोद से खींच ले गया. घटना से मां की चीख निकल गई, शोर सुनकर दौड़े ग्रामीण जब तक पहुंचते, भेड़िया पलक झपकते ही जंगल में लोगों की आंखों से ओझल हो गया. ग्रामीण बच्चे की तलाश कर रहे हैं. यूपी के कछार इलाके में भेड़िये का आतंक लगातार बढ़ रहा है. शनिवार की सुबह भेड़िया मां की गोद से तीन साल के मासूम को उठा ले गया. इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है. ग्रामीण बच्चे की तलाश में जुटे हैं.
घटना फखरपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मंझारा तौकली के मजरा गंधु झाला की है. यहां के निवासी रक्षाराम यादव का तीन वर्षीय पुत्र अंकेश अपनी मां सरला देवी की गोद में दूध पी रहा था. तभी अचानक भेड़िया आ धमका और पलक झपकते ही बच्चे को मां की गोद से खींचकर खेतों की ओर भाग निकला. इस पर मां की चीख निकल गई. चीखने-चिल्लाने की आवाज सुन ग्रामीण दौड़े. उन्होंने लाठी-डंडे लेकर भेड़िये का पीछा भी किया, लेकिन तब तक आंखों से ओझल हो गया. मासूम की तलाश जारी है. खबर लिखने तक उसका पता नहीं चल सका है.
घटना की सूचना पर डीएफओ राम सिंह यादव, रेंजर ओंकारनाथ यादव और पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची. बच्चे की तलाश में ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है. रेंजर ने बताया कि पगचिह्न के आधार पर भेड़िये की लोकेशन खोजी जा रही है. सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है. उधर, ग्रामीणों में वन विभाग की टीम के रवैये को लेकर नाराजगी है. आरोप है कि वन्यजीव हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन विभाग की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है.
अधिकारी सिर्फ ड्रोन उड़ाने तक सीमित हैं, जबकि गांवों में लोगों की जान खतरे में है. इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. ग्रामीण अपने बच्चों के साथ घरों में दुबकने को मजबूर हैं. वहीं, पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव के लोग बच्चे की सुरक्षित बरामदगी की दुआ कर रहे हैं.