Uttar Pradesh: पिछले वर्ष आयोजित इटावा महोत्सव में पंजाबी सिंगर बी प्राक की प्रस्तुति के दौरान जो अव्यवस्था देखने को मिली थी, उसने प्रशासन की तैयारियों और व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाए थे. अत्यधिक भीड़ और सुरक्षा इंतजामों की कमी के कारण न केवल दर्शकों, बल्कि पत्रकारों और वीआईपी मेहमानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा था कि पत्रकारों को आम जनता की तरह खड़ा नहीं किया जा सकता, क्योंकि उन्हें विशेष दर्जा प्राप्त होता है.
पिछली अव्यवस्था से सबक लेना आवश्यक
पिछली बार की अव्यवस्था ने यह सिद्ध कर दिया कि आयोजकों और प्रशासन की ओर से तैयारी में खामियां थीं, कार्यक्रम में सैकड़ों लोग असुविधा का सामना कर रहे थे, और सुरक्षा इंतजामों में भी कई दोष दिखाई दिए. इसने प्रशासन की भीड़ नियंत्रण क्षमता को लेकर चिंता जताई, जिसके कारण कार्यक्रम का अनुभव अधिकांश लोगों के लिए असंतोषजनक रहा.
सोनू निगम होंगे इस वर्ष के सबसे बड़े अतिथि
इस साल इटावा महोत्सव में सोनू निगम जैसे प्रतिष्ठित गायक का प्रदर्शन होगा, जिनकी लोकप्रियता को देखते हुए यह निश्चित है कि, कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे. इस संदर्भ में यह सवाल उठता है कि क्या प्रशासन पिछले वर्ष की गलतियों से सीख लेकर इस बार बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करेगा, ताकि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा में कोई कमी न हो.