रायबरेली: सरेनी स्थित गेगासों गंगा पुल की मरम्मत का कार्य शुरू हो चुका है।ये पुल,जो बांदा से बहराइच को जोड़ता है,उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण पुलों में से एक है.
वर्ष 1975 में निर्मित इस पुल की कई बार मरम्मत हो चुकी है,लेकिन हाल ही में गुजरात के बड़ोदरा में हुए एक हादसे के बाद जिले के पुलों की मरम्मत को लेकर प्रशासन ने तेजी दिखाई है।प्रधानमंत्री के निर्देश पर दिल्ली से आई एक तकनीकी टीम ने इस पुल की स्थिति का निरीक्षण किया और तत्काल मरम्मत की मांग की. अब मरम्मत जारी है और भारी वाहनों पर रोक लगाई गई है।मरम्मत कार्य की अवधि लगभग छह माह निर्धारित की गई है.
इस दौरान सुरक्षा कारणों से पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।स्थानीय प्रशासन ने वाहन चालकों को सूचित करने के लिए पुल के दोनों छोर पर चेतावनी बैनर लगाए हैं।यातायात व्यवस्था को सुचारू और सुरक्षित रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की गई है.
फतेहपुर से आने वाले भारी वाहनों को अब सात मील,मुराई बाग और डलमऊ होते हुए लालगंज जाना होगा।गेगासो पुल बंद होने से फतेहपुर से लालगंज जाने वाले यात्रियों को करीब 10 से ज्यादा किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ेगा।पुल बंद होने से अब फतेहपुर लालगंज जाने वाले वाहनों का सात मील से रूट डाइवर्जन कर दिया गया है।वाहन सात मील से डलमऊ वाया लालगंज जायेंगे. इससे लालगंज जाने वाले यात्रियों को 10 से ज्यादा किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा.
इसी तरह से लखनऊ से जाने वाले वाहन लालगंज से डलमऊ पुल होकर सात मील फतेहपुर के लिए रवाना होंगे. आपको बता दें कि सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट आने के बाद पुल पर बाइक छोड़कर सभी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है।अब रायबरेली और फतेहपुर के बीच चलने वाले वाहन डलमऊ की ओर से आ-जा सकेंगे.