बहराइच के महसी में मूर्ति विसर्जन के दौरान बवाल और फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रूख दिखाया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि बवालियों को किसी हाल में नहीं बख्शा जाएगा. उनके कड़े तेवर के बाद एसपी ने हरदी कोतवाल एसके वर्मा और महसी के चौकी प्रभारी शिव कुमार को सस्पेंड कर दिया है. इसी क्रम में पुलिस ने 25 से अधिक बवालियों को अरेस्ट कर लिया है. एसपी ने कहा है कि इस मामले में अन्य बवालियों की भी पहचान कराई जा रही है. इसी क्रम में बवाल प्रभावित इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
बता दें कि मूर्ति विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक बवाल हुआ. इस दौरान दो पक्षों में पहले मारपीट और बाद में फायरिंग हुई. इस दौरान गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया था. यह स्थिति उस समय है, जब खुद सीएम योगी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट कर दिया था. उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था कड़े करने के निर्देश देते हुए चेतावनी दी थी कि राज्य में कहीं भी माहौल खराब नहीं होनी चाहिए. बावजूद इसके गोरखपुर जोन के कई जिलों में मूर्ति विसर्जन के दौरान बवाल हुआ.
डीजीपी खुद ले रहे पल पल का अपडेट
#WATCH | Bahraich, Uttar Pradesh: Police conducted route march after clashes erupted during Durga idol immersion in Mahasi Maharajganj. (13.10) pic.twitter.com/KOOJQLGIfa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 14, 2024
बहराइच में प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में चार युवकों को गोली लगी. इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं बाकी लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है. बहराइच में हालात बेकाबू होते देख डीजीपी मुख्यालय ने दो कंपनी पीएसी के अलावा आसपास के जिलों से पुलिस फोर्स को रवाना कर दिया है. खुद डीजीपी प्रशांत कुमार पल पल की रिपोर्ट ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि हिंसा में एक युवक की मौत के बाद कुछ जगहों पर आगजनी हुई है. हालात को देखते हुए मौके पर एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और डीआईजी रेंज देवीपाटन अमरेंद्र प्रताप सिंह को मौके पर भेजा गया है. उन्होंने बताया कि बहराइच के अलावा गोंडा और बलरामपुर में भी छिटपुट घटनाएं हुई हैं. हालांकि इन सभी स्थानों पर स्थिति नियंत्रण में है.
लोकल इंटेलिजेंस फेल
जानकारी के मुताबिक बहराइच में सुनियोजित बवाल हुआ. एक पक्ष के लोग पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे. आक्रोशित भीड़ ने हॉस्पिटल चौराहे पर आगजनी की. इतने के बावजूद बहराइच में पुलिस के लोकल इंटेलिजेंस को कोई खबर तक नहीं थी. वहीं सीएम के निर्देश के बाद पुलिस के पर्यवेक्षण अफसर भी हालात का अनुमान लगाने में विफल रहे. एक तरफ माहौल हर पल बदल रहा था, बावजूद इसके बड़े अफसर अपने मातहतों के भरोसे बैठे थे. इसके चलते इतना बड़ा बवाल हो गया. बता दें कि इस बवाल में राम गांव के रेहुआ मंसूर में रहने वाले 20 वर्षीय राम गोपाल समेत दो लोगों को गोली लगी थी. इसमें राम गोपाल की मौत हुई है. इस घटना में रेहुआ मंसूर के ही 30 वर्षीय राजन को भी गोली लगी है, लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है. इसी प्रकार पथराव में तिवारी पुरवा के रहने वाले 22 वर्षीय सुधाकर तिवारी के सिर में चोट लगी है. जबकि सिपहिया प्यूली के रहने वाले दिव्यांग 42 वर्षीय सत्यवान, 52 वर्षीय अखिलेश बाजपेयी घायल हैं.
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