Uttar Pradesh: भाजपा जिला अध्यक्ष ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा नेताओं के खिलाफ खोला मोर्चा…

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में भारतीय जनता पार्टी की अर्तंकलह खुलकर सामने आ रही है जहां एक ओर 50 लाख रुपए लेनदेन का मामला अभी सुर्खियों में ही था जिसकी जांच भाजपा के एक कमेटी द्वारा की जा रही है.

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किंतु कुछ प्रिंट मीडिया में जिलाअध्यक्ष मुखलाल पाल के विरुद्ध जांच में दोषी पाए जाने के खबर प्रकाशित होने के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने प्रेसवार्ता कर केंद्रीय पूर्व राज्य मंत्री पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति एवं पूर्व जिला अध्यक्ष आशीष मिश्रा के कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति जुटाने का आरोप लगाने के साथ-साथ उनके विरुद्ध साजिश रचने का आरोप लगाया.

जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई नेताओं पर आरोप लगाया आवास पर पत्रकारों से वार्ता कर जिला अधिकारी और उप जिलाधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिलाधिकारी तथा उप जिला अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेश को ताक में रखने का काम कर रहे हैं.

जिला अध्यक्ष ने बताया जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय भूमाफियाओं से जुड़ी सैकड़ो बीघे सरकारी जमीनों को सिर्फ कागजों में कागज मुक्त दिखाकर वाहवाही लूटने का काम किया है किंतु अभी तक लोगों का कब्जा बरकरार है जिसके शिकायत उनके द्वारा मुख्यमंत्री के यहां की गई थी, 50 लाख रुपए रिश्वत प्रकरण का सामना जैसे ही मुखलाल पल पर लगा तो मुखलाल पाल ने खुद को निर्दोष बताते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति व पूर्व जिला अध्यक्ष सहित स्थानीय नेताओं पर भूमाफियाओं से मिली भगत कर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने का आरोप लगाने के साथ-साथ उन्होंने मोर्चा खोल दिया, जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल के निशाने पर पूर्व सांसद केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति खास तौर पर है उन पर उन्होंने उनके द्वारा लोकसभा चुनाव में नामांकन पत्र में आठवीं पास की मार्कशीट को फर्जी बता दिया तथा जांच की मांग की उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद रहते हुए साध्वी निरंजन ज्योति ने सैकड़ो बीघे से अधिक की जमीन है उनके पास 50 से अधिक डंपर व अकूत संपत्ति अर्जित की है.

जिला अध्यक्ष ने साध्वी निरंजन ,आशीष मिश्रा सहित वरिष्ठ नेता अन्नू श्रीवास्तव पर भी उनकी छवि धूमिल करने वह एक साजिश का हिस्सा बताया.

फतेहपुर की राजनीति भाजपा के लिए इन दिनों संगठन व नेताओं की अनबन ने एक दूसरे के पोल खोलने की होड़ से सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष को मोर्चा खोलने की राह आसान कर दिया है.

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