Uttar Pradesh: बरेली में रिश्तों का खून: बहन ने हथौड़े से किया हमला, फिर…

Uttar Pradesh: बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा मोहल्ले में रिश्तों का ऐसा खौफनाक चेहरा सामने आया है, जिसने इंसानियत को झकझोर दिया. घर खाली कराने के विवाद ने सोमवार सुबह उस वक्त खूनी रूप ले लिया, जब एक महिला पर उसकी सगी बहन ने अपने ससुरालियों के साथ मिलकर हथौड़े और धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया.

Advertisement

घटना सुबह करीब 7 बजे की है, जब पीड़िता इशरत के घर में उसकी छोटी बहन रूमाना, उसका पति विक्की और ससुरालीजन शौकीन, सलमा, तालिब, अबीज, कासिम, नाजिम, शमा और नंदोई नाजिम घुस आए. इशरत पर पहले जमकर लात-घूंसे बरसाए गए, फिर रूमाना ने हथौड़े से सिर पर वार कर उसे लहूलुहान कर दिया. इसके बाद धारदार हथियार से भी उस पर कई बार वार किया गया.

इशरत के शोर मचाने पर उसका पति चीना बीच-बचाव करने पहुंचा तो हमलावरों ने उसे भी नहीं बख्शा. उसके सिर पर भी वार कर दिया गया जिससे वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया. मोहल्ले के लोगों ने किसी तरह दोनों को हमलावरों से छुड़ाया और आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर्स ने बताया कि दोनों के सिर में गहरे घाव हैं और टांके लगाए गए हैं.

पुलिस पर लीपापोती का आरोप, चौकी इंचार्ज ने दी धमकी

इस पूरे प्रकरण में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि पीड़िता द्वारा बारादरी थाने को घटना की पूरी जानकारी देने के बावजूद पुलिस ने इसे महज सामान्य मारपीट का मामला बताते हुए मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. पीड़िता का आरोप है कि जब उसने गंभीर धाराएं जोड़ने की मांग की तो चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र विश्नोई ने उल्टा उसे ही धमकाया और चुप रहने के लिए दबाव बनाया.

इशरत का कहना है कि, पुलिस शुरू से ही हमलावर पक्ष का पक्ष ले रही है और मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रही है. स्थानीय लोगों का भी आरोप है कि पुलिस की निष्क्रियता और एकतरफा रवैये ने पीड़िता को न्याय से दूर कर दिया है.

एसएसपी से गुहार, निष्पक्ष जांच की मांग

घटना के दो दिन बाद पीड़िता इशरत ने मंगलवार को बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की लिखित शिकायत दी है, प्रार्थना पत्र में उसने मांग की है कि आरोपी पक्ष के खिलाफ धारा 307 (जानलेवा हमला) सहित संगीन धाराएं जोड़ी जाएं और चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की जाए. पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि यदि समय रहते न्याय नहीं मिला, तो वह परिवार सहित आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो जाएगी.

मोहल्ले में भय का माहौल, प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग

घटना के बाद जोगी नवादा इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. स्थानीय निवासियों ने भी प्रशासन से मांग की है कि हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए और पुलिस की भूमिका की निष्पक्ष जांच कराई जाए. इस खौफनाक घटना ने जहां रिश्तों को शर्मसार किया है, वहीं एक बार फिर उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा कर दिया है.

Advertisements