Uttar Pradesh: सुल्तानपुर के बल्दीराय थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर काजी निवासी जैनुल आबेदीन की नीलगाय से टक्कर के कारण मंगलवार को मौत हो गई, बुधवार दोपहर उसका जनाजा उठा तो कोहराम मच गया. गांव के कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द खाक किया गया, जहां सैकड़ों लोग जमा थे.
मोहम्मदपुर काजी निवासी जियाउद्दीन (70) ने दो शादी की थी. पहली पत्नी मायके चली गई थी. दूसरी पत्नी बिलकीस बानो (60) से दो बच्चे हैं. बड़ा लड़का जैनुल आबेदीन (24) और लड़की मुस्कान बानो (21) हैं. जियाउद्दीन खेती-किसानी करते हैं, इकलौता बेटा जैनुल आबेदीन माता-पिता का बुढ़ापे का सहारा था, वो सऊदी अरब में रहकर नौकरी करता था. 18 नवम्बर को वो सऊदी अरब के दूसरे सफर से लौटा। वजह थी बहन की शादी.
15 दिसम्बर को आना है बारात
जैनुल आबेदीन की बहन मुस्कान की 15 दिसम्बर को बारात आना है। ऐसे में वो भाग दौड़ में लगा था। दान दहेज का सामान खरीदारी करने के बाद वो कॉर्ड बाटने में लग गया, मंगलवार को जैनुल आबेदीन गांव के ही रहने वाले सादिक अली के साथ कार्ड बांट कर शाम 5 बजे घर लौट रहा था. जब वे हलियापुर-सुल्तानपुर मार्ग पर लक्षमीनगर रसूलपुर के पास पहुंचे तभी अचानक से नीलगाय आ गई. बाइक जैनुल आबेदीन चला रहा था, ऐसे में नीलगाय से टकराकर वो कुछ दूर सड़क पर सिर के बल गिरा.
लाश पहुंचने पर शादी वाले घर में मचा था कोहराम
उसने हेलमेट नहीं पहना रखा था ऐसे में उसका सिर फट गया और अत्याधिक खून बह गया. जबकि उसके साथी को मामूली चोटे आई. स्थानीय लोग आनन-फानन में उसे लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. डॉक्टर ने जैनुल आबेदीन को डेड घोषित कर दिया. शादी वाले घर में देर शाम जब लाश पहुंची तो वहां पर कोहराम मच गया.
बहन ने भाई की लाश को देखकर कहा भाई बोलकर गए थे अभी हम आ रहे हैं, अब वो बोल नहीं रहे, रात भर शव घर पर रखा रहा और बहन व मां तड़पती रही.
बुधवार दोपहर जनाजा तैयार करके जब कब्रिस्तान ले जाया जाने लगा तो बहन ने अपने पिता से कहा अब्बू भाई चला गया हमको छोड़कर, जिस पर सबकी आंखें डबडबा उठीं. जनाजे की नमाज अदा करने के बाद उसे सुपुर्दे खाक किया गया. बताया जा रहा है अब चार दिन बाद सादगी से निकाह के बाद लड़की को विदा किया जाएगा.