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Uttar Pradesh: अयोध्या में क्रिसमस की धूम, सांस्कृतिक एकता का नया संदेश

Uttar Pradesh: भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, इस बार क्रिसमस के जश्न में डूबी नजर आ रही है. गलियों से लेकर बाजारों तक, हर जगह क्रिसमस की सजावट ने उत्सव का माहौल बना दिया है.

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इस पवित्र नगरी के मोहल्लों में रंग-बिरंगी रोशनी, जगमगाते क्रिसमस ट्री और सजावटी झांकियां देखते ही बन रही हैं. स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने इस मौके को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने इस त्योहार को अपनाते हुए सांस्कृतिक एकता और सौहार्द का परिचय दिया है.

सांस्कृतिक एकता का नया संदेश

क्रिसमस के इस खास मौके पर अयोध्या के बाजारों में गिफ्ट, मिठाइयों और सजावटी सामान की खरीदारी जोरों पर है. स्कूलों और चर्चों में आयोजित विशेष कार्यक्रमों ने इस माहौल को और भी यादगार बना दिया है. शहर के लोगों का कहना है कि, यह केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि अलग-अलग धर्मों और संस्कृतियों को जोड़ने का एक जरिया है. भगवान राम की नगरी में इस तरहअयोध्या में क्रिसमस की धूम, सांस्कृतिक एकता का नया संदेश.

भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, इस बार क्रिसमस के जश्न में डूबी नजर आ रही है. गलियों से लेकर बाजारों तक, हर जगह क्रिसमस की सजावट ने उत्सव का माहौल बना दिया है. इस पवित्र नगरी के मोहल्लों में रंग-बिरंगी रोशनी, जगमगाते क्रिसमस ट्री और सजावटी झांकियां देखते ही बन रही हैं. स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने इस मौके को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने इस त्योहार को अपनाते हुए सांस्कृतिक एकता और सौहार्द का परिचय दिया है. क्रिसमस के इस खास मौके पर अयोध्या के बाजारों में गिफ्ट, मिठाइयों और सजावटी सामान की खरीदारी जोरों पर है. स्कूलों और चर्चों में आयोजित विशेष कार्यक्रमों ने इस माहौल को और भी यादगार बना दिया है.

शहर के लोगों का कहना है कि यह केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि अलग-अलग धर्मों और संस्कृतियों को जोड़ने का एक जरिया है. भगवान राम की नगरी में इस तरह का जश्न यह साबित करता है कि, अयोध्या सिर्फ धार्मिक नगरी ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक मेलजोल की मिसाल भी है.

“हम सभी धर्मों के त्योहार मनाते हैं। इससे हमारी एकता और भाईचारा और मजबूत होता है,” कहते हैं एक स्थानीय निवासी, इस तरह, अयोध्या ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह नगरी सिर्फ अपने धार्मिक महत्व के लिए नहीं, बल्कि अपने खुले दिल और सांस्कृतिक विविधता के लिए भी जानी जाती है. जश्न यह साबित करता है कि अयोध्या सिर्फ धार्मिक नगरी ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक मेलजोल की मिसाल भी है.

एक स्थानीय निवासी कहते हैं “हम सभी धर्मों के त्योहार मनाते हैं. इससे हमारी एकता और भाईचारा और मजबूत होता है,” इस तरह, अयोध्या ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि, यह नगरी सिर्फ अपने धार्मिक महत्व के लिए नहीं, बल्कि अपने खुले दिल और सांस्कृतिक विविधता के लिए भी जानी जाती है.

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