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Uttar Pradesh: संभल की शाही जामा मस्जिद की जगह श्री हरिहर मंदिर होने का दावा, जानिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश में संभल की शाही जामा मस्जिद की जगह मंदिर होने का दावा हिन्दू पक्षों ने किया है. इसको लेकर अदालत में याचिका दाखिल की गई है. उत्तर प्रदेश में मंदिर मस्जिद का नया विवाद सामने आ गया है. यूपी के संभल जिले की जामा मस्जिद की जगह श्री हरि हर मंदिर होने का दावा जिला कोर्ट में पेश किया गया है. हिन्दू पक्ष की ओर से दायर याचिका में जामा मस्जिद के सर्वे कराने का आदेश दिया गया है. अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने ये दावा पेश किया है.

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कौन हैं विष्णु शंकर जैन

विष्णु शंकर जैन वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन के पुत्र हैं. यह पिता-पुत्र की जोड़ी श्रीकृष्ण जन्मभूमि, ज्ञानवापी शृंगार गौरी समेत 110 मामलों की पैरवी कर रही है. विष्णु शंकर जैन अपने पिता की तरह ही वकालत कर रहे हैं. आपको बता दें कि विष्णु शंकर जैन ने 2010 में बालाजी लॉ कॉलेज से डिग्री हासिल की थी. इसके साथ ही इन्होंने अपने वकालत करियर की शुरूआत विश्व प्रसिद्ध श्रीराम जन्मभूमि केस से की थी. इस केस के अलावा पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने 2021 में ज्ञानवापी मस्जिद, श्री कृष्ण जन्मभूमि, ताजमहल के पूर्व शिवमंदिर होने का दावा, वर्शिप एक्ट और वक्फ एक्ट 1995 को भी चुनौती देते हुए कोर्ट में वाद दायर किए हुए हैं.

जामा मस्जिद का क्या है इतिहास
संभल शहर के मध्य में स्थित जामा मस्जिद मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है. इसका निर्माण मुगल काल के दौरान हुआ था. हालांकि, इसके निर्माण के ठीक समय और अन्य विवरणों के बारे में कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है. लेकिन यह माना जाता है कि इसका निर्माण पूरे उत्तर भारत पर मुगल साम्राज्य के शासन के दौरान 16वीं शताब्दी के आस-पास हुआ होगा.

हुए हैं कई बदलाव 
आपको बता दें कि संभल की जामा मस्जिद में समय के साथ कई बदलाव हुए हैं. क्योंकि इसकी संरचना का जहां कई बार मरम्मत का सामने करना पड़ा है तो वहीं कई बार इसका पुनर्निर्माण भी किया गया है. इसके बावजूद मस्जिद ने अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को नहीं खोया है.

 

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