Uttar Pradesh: सुल्तानपुर कलेक्ट्रेट में गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया, यह प्रदर्शन लखनऊ में विधानसभा घेराव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत के मामले में न्याय की मांग को लेकर हुआ. जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा और शहर अध्यक्ष शकील अंसारी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट विदुषी सिंह को सौंपा.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, केंद्र और प्रदेश सरकार की तानाशाही और गलत नीतियों के कारण किसान, युवा और छात्र सभी परेशान हैं. महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में उत्तर प्रदेश का देश में चौथा स्थान है. उन्होंने कहा कि, इसी तानाशाही रवैये के खिलाफ 18 दिसंबर को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेशभर से कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे. अभिषेक सिंह ने आरोप लगाया कि, प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बर्बरता दिखाई.
उन्होंने बताया कि, युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव प्रभात पांडेय के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की गई, जिसके चलते उनकी मौत हो गई. इस दुखद घटना के बाद सरकार ने पीड़ित परिवार को कोई राहत नहीं दी. उल्टे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है. कांग्रेस ने प्रभात पांडेय के परिवार को न्याय दिलाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. अभिषेक सिंह राणा ने बताया कि, पार्टी ने अपने स्तर पर मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद दी है. राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन में परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और निष्पक्ष जांच की मांग की गई है.
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष तेज बहादुर पाठक, मीनू यदुवंशी, पवन मिश्रा, हामिद राइन, राहुल मिश्रा समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए.