Uttar Pradesh: घटना के 3 दिन बाद भी नहीं मिला पीड़ितों से जिला प्रशासन और स्कूल प्रशासन, परिवार के लोगों ने डीएम-एसपी को सौंपा पत्रक

गाजीपुर के सनबीम स्कूल में 18 अगस्त की सुबह छात्रों में हुई मारपीट और उसके बाद चाकू बाजी की घटना में आदित्य वर्मा नाम के युवक की मौत हो गई और कई छात्र घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने दो नाइंथ क्लास के छात्रों को आरोपी बनाते हुए उन्हें जुवेनाइल कोर्ट में पेश कर बाल सुधार गृह में भेज दिया गया. वहीं आज इस मामले में परिवार के साथ ही व्यापार मंडल और स्वर्णकार व्यवसाय संघ आज पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से मिलकर न्याय की मांग किया.

इनका कहना है कि घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन के साथ ही स्कूल प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति पीड़ित परिवार से नहीं मिला और ना ही किसी तरह का आश्वासन दिया इन लोगों का मांग है कि बच्चे की मौत चाकू की घटना के साथ ही साथ स्कूल प्रशासन के लापरवाही से हुआ है. क्योंकि घटना के बाद करीब 15 से 20 मिनट तक खून से लथपथ युवक को विद्यालय में ही रखा गया उसे इलाज के लिए अस्पताल नहीं भेजा गया. जिससे उसके ब्लीडिंग हुई और ब्लीडिंग ज्यादा होने की वजह से उसकी मौत हुई है. ऐसे में स्कूल प्रशासन पूरी तरह से इसमें दोषी है उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए साथ ही स्कूल की मान्यता भी रद्द होनी चाहिए. इनका कहना है कि यदि इन्हें न्याय नहीं मिला तो वह लोग मुख्यमंत्री से मिले लखनऊ जाएंगे और वहां से भी न्याय नहीं मिला तो विद्यालय के सामने जान दे देंगे.

बता दें की 18 अगस्त के सुबह आदित्य स्कूल में बाथरूम में जाते समय छात्रों के एक घटना आदित्य पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई थी वही इस मौत के बाद पानी के बोतल में चाकू ले जाने की बात कही गई थी. लेकिन अब यह भी बात सामने आ रही है की चाकू बोतल में नहीं बल्कि बैग में ही रखकर आरोपी छात्र लेकर आया था. और इस घटना को अंजाम दिया था हालांकि पुलिस ने इस मामले में दोनों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया है.

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