बिजनौर जनपद के स्योहारा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मेवानवादा में बुधवार को उस वक्त सनसनी फैल गई जब गांव की महिला प्रधान राहिल परवीन (40) का शव घर की खिड़की से फंदे पर लटका मिला. परिजनों का आरोप है कि यह खुदकुशी नहीं बल्कि हत्या है. मृतका के पिता और चाचा का कहना है कि राहिल का पति इशरत अली उसे प्रधान का काम ईमानदारी से करने नहीं देता था और आए दिन तनाव में रखता था.
परिजनों के गंभीर आरोप
राहिल के पिता बदरु्द्दीन ने कहा की मेरी बेटी की हत्या उसके पति इशरत अली ने की है। वह हमेशा उसे परेशान करता था और प्रधान की जिम्मेदारी निभाने से रोकता था। मंगलवार रात को उसने किसी समय राहिल की हत्या की और बाद में शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया.”
राहिल के चाचा सलाउद्दीन ने भी आरोप लगाया कि मेरी भतीजी ईमानदार प्रधान थी, चार सालों में गांव में अच्छा विकास कराया. लेकिन इशरत अली और कुछ अन्य लोग ईमानदारी से प्रधान का काम नहीं करने देना चाहते थे। इसी वजह से वह हमेशा तनाव में रहती थी.”
घटना कैसे हुई
बुधवार सुबह करीब 6 बजे जब राहिल का बेटा स्कूल जाने के लिए उठा तो उसने मां का शव खिड़की से लटकता देखा. घुटनों के बल ज़मीन पर टिके शव को देख परिजनों और ग्रामीणों ने आशंका जताई कि पहले हत्या की गई और बाद में शव को लटकाया गया.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पति इशरत अली को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। राहिल, इशरत अली की दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी की मौत प्रसव के दौरान हुई थी, जिससे चार बच्चे हैं. राहिल की अपनी संतान नहीं थी लेकिन वह इन्हीं बच्चों को अपनी औलाद की तरह पाल रही थी. बड़ा बेटा अमान (17 वर्ष) ने ही मां को फंदे पर लटकता देखा. बताया जा रहा है कि प्रधान बनने के बाद से राहिल गांव में विकास कार्यों पर ध्यान दे रही थी, जबकि पति इशरत ने कपड़ों का कारोबार छोड़कर राजनीति में सक्रियता बढ़ा दी थी. महिला प्रधान के परिजनों की तहरीर पर पति इशरत अली के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही असली सच सामने आएगा.