गंगा जो इन दिनों अपना रौद्र रूप धारण किए हुए थे लेकिन पिछले एक सप्ताह से गंगा के रौद्र रूप में अब कमी देखने को मिल रही है जिसके चलते अब गाजीपुर के बहुत सारे गांव जो बाढ़ के पानी से प्रभावित हो चुके थे अब उन गांव से बाढ़ का पानी निकल रहा है हालांकि अभी बहुत सारे ऐसे इलाके हैं जहां अभी भी पानी लगा हुआ है और लोग इस बाढ़ के पानी से परेशान है.
बात करें गंगा के जलस्तर की तो गंगा उच्चतम 64.690 मीटर तक पहुंच चुकी थी. जो खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ऊपर बह रही थी. वहीं मौजूदा समय में गंगा 62.120 मी पर बह रही है जो करीब उच्चतम स्तर से 2 मीटर नीचे है. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है की बाढ़ की स्थिति क्या रही होगी और लोगों को क्या दुश्वारियां हो रही होगी ऐसे में आज रेवतीपुर ब्लाक के पकड़ी गांव पहुंचे जहां पर आज भी गंगा का पानी खेतों में लगा हुआ है. और इस पानी से अभी भी बहुत सारी लोग प्रभावित हैं और किसानों का खेत पानी से लबालब भरा हुआ है यहां के किसानों ने बताया कि उनके इलाके में करीब 6 दिन तक गंगा का पानी रहा जिसके वजह से उनके पूरे खेत जलमग्न हो गए और आने जाने वाले रास्ते भी प्रभावित हो गए थे.
50 से 60 परिवार पूरी तरह से गंगा के पानी से प्रभावित
स्थिति यह हो गई थी कि 6 दिनों तक बिजली भी गुल रही जब पानी का स्तर कम हुआ तब जाकर उनके इलाके में बिजली बहाल हुई है इन लोगों ने बताया कि उनके इलाके में धान और सब्जी की खेती बहुतयात में लोग करते हैं लेकिन सभी की सभी फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है साथ ही इन लोगों का यह भी कहना है कि, जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावितों को जरूर राहत सामग्री देने का दावा कर रही है. उनके दावे में कहीं से भी सच्चाई नहीं है क्योंकि उनके इलाके के करीब 50 से 60 परिवार पूरी तरह से गंगा के पानी से प्रभावित थे लेकिन एक भी दिन इन लोगों को नहीं रहा सामग्री मिला और ना ही कोई जिला प्रशासन या राजस्व का जिम्मेदार अधिकारी उनके गांव तक इनका हाल-चाल लेने के लिए पहुंचा था.
वही प्रशासन द्वारा बाढ से प्रभावित ग्रामो का निरीक्षण कर प्रभावित लोगो मे राहत सामाग्री, लंच पैकेट, पशुओ के भूसा, एवं मेडिकल टीम द्वारा दवाओ का वितरण किया जा रहा है. प्राप्त सूचना के आधार पर जनपद मे गंगा का जलस्तर घटाव पर है सायं 5 बजे जलस्तर 63.800 दर्ज है. जनपद में कुल 166 राजस्व ग्राम प्रभावित है. इन राजस्व ग्राम मे कुल 269 मजरे है जिसमे 137 मजरे प्रभावित है. कुल प्रभावित राजस्व ग्राम मे 49 ऐसे ग्राम है जिनमे सड़क से सम्पर्क बाधित है. प्रभावित जनसंख्या पर 8 अगस्त तक कुल 46,400 लंच पैकेट का वितरण तथा प्रभावित परिवारो को आज तक 5870 राहत किट एवं पशुओ के लिए 786 कुन्तल भूसा का वितरण आज तक किया गया है. बाढ प्रभावित तहसील क्षेत्रो मे 131 बाढ चौकी तथा 18 बाढ शरणालय क्रियाशील है. बाढ शरणालय मे कुल 52 परिवारो के 290 लोग शरण लिये हुए है.