इटावा: मैनपुरी जिले के बेवर थाना क्षेत्र के अठलकड़ा गांव में स्ट्रिंग ब्रांड की कोल्ड ड्रिंक में कांच के टुकड़े मिलने से तीन मासूम बच्चों की हालत गंभीर हो गई है. कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद बच्चों को तुरंत सैफई मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम लगातार प्रयास कर रही है. यह घटना कोल्ड ड्रिंक ब्रांडों की गुणवत्ता नियंत्रण और ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी बेरोक-टोक बिक्री पर गंभीर सवाल उठाती है.
शनिवार को हुई यह घटना उस समय सामने आई जब ग्राम अठलकड़ा निवासी राजीव श्रीवास्तव के तीन बच्चे – 14 वर्षीय कोमल, 12 वर्षीय आर्यन और 10 वर्षीय अवि – गांव की ही प्रमोद की परचून की दुकान से स्ट्रिंग कोल्ड ड्रिंक खरीदकर घर लौटे. बच्चों ने जैसे ही बोतल से पीना शुरू किया, कोमल को मुंह में कांच जैसी चुभन महसूस हुई. थोड़ी ही देर में आर्यन और अवि को भी इसी तरह की परेशानी होने लगी, जिससे उनकी हालत बिगड़ने लगी.
बच्चों की बिगड़ती हालत देखकर परिजन घबरा गए. जब उन्होंने बची हुई कोल्ड ड्रिंक की बोतल को ध्यान से देखा, तो उसमें कांच के कई छोटे-बड़े टुकड़े साफ तैरते हुए नजर आए. यह देखकर परिजनों के होश उड़ गए और उन्होंने बिना समय गंवाए बच्चों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. वहां से, 108 एंबुलेंस के जरिए तीनों बच्चों को जिला अस्पताल मैनपुरी भेजा गया. बच्चों की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल सैफई मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया.
फिलहाल, तीनों बच्चों को सैफई मेडिकल कॉलेज की न्यू ओपीडी की पांचवीं मंजिल स्थित बाल एवं शिशु आपातकालीन वार्ड में भर्ती किया गया है. बेड नंबर 7 और 8 पर डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है और उनका इलाज जारी है. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया है. राजीव श्रीवास्तव ने तत्काल पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
‘स्ट्रिंग’ ब्रांड की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल
यह कोई पहली बार नहीं है जब स्ट्रिंग ब्रांड की कोल्ड ड्रिंक की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर सवाल उठे हों. बाजार में यह उत्पाद विशेष रूप से बच्चों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन इसकी गुणवत्ता नियंत्रण और सुरक्षा मानकों के लिहाज से यह बेहद लापरवाह साबित हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां निगरानी की कमी है, इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर सीधा खतरा मंडरा रहा है.
ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है और जिला प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने इस घटना की गंभीर और निष्पक्ष जांच कराने, स्ट्रिंग ब्रांड की गुणवत्ता की फॉरेंसिक जांच कराने और बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे उत्पादों की बिक्री पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है.