Uttar Pradesh: सहारनपुर में 1008 रजत कलशों से भगवान महावीर का भव्य जलाभिषेक

Uttar Pradesh: सहारनपुर नवकार महामंत्र दिवस पर पीएम मोदी और सीएम योगी ने जैन धर्म के तीर्थंकरों को नमन किया, जैन धर्म के सिद्धांतों पर सभी से चलने का आह्वान किया। जियो और जीने दो के मार्ग पर चलने का आह्वान किया, वही सहारनपुर के जैन बाग स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर की में आर्यिकारत्न आषर्मति माता जी के सानिध्य में 108 कलश से श्री जी का जलाभिषेक किया गया, इस मनोहारी दृश्य को देख सभी का मन मयूर सा हर्षित गया, लगा ये धरा का नहीं स्वर्ग का दृश्य हो जहां इंद्र प्रभु का अभिषेक कर रहे हो. लगातार मंत्र उच्चारण केमध्य गूंजते जयकारों से वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिक बना हुआ था.

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सहारनपुर के जैन बाग स्थित प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर में पांच दिवसीय भगवान महावीर स्वामी जन्म महोत्सव कल्याणक के चौथे दिन आज भगवान महावीर स्वामी की अतिशयकारी-चमत्कारी मूल प्रतिमा का अभिषेक 1008 रजत कलशो द्वारा विधि विधान मंत्रोच्चार के मध्य किया गया,मंत्रों का वाचन आर्यिका रत्न आर्षमति माता जी द्वारा किया गया.

इस मांगलिक अवसर पर माताजी ने अपने मंगल जन कल्याणकारी प्रवचनो में बताया कि आज का मानव अशांत दुखी और निराशा अवसाद में जी रहा है, समाज ने धर्म को अंतरंग से आत्मसात करने के स्थान पर प्रदर्शन और वाणिज्य की वस्तु बना दिया है, मांगलिक क्रियाओ को मन वचन काय की विशुद्धि के साथ निकांक्षित और निशंकित भावों से करने पर आशातीत लाभ प्राप्त होते हैं और प्राणी मात्र का कल्याण होता है, लेकिन पद के अहंकार,मिथ्या सम्मान प्रतिष्ठा के लोभ ने प्रभु की पूजा अर्चना और मंत्रों के अतिशय को कम कर दिया है,आयोजको में आज सम्मान की होड़ लगी है, जो समाज के शीर्ष पदो पर आसीन है वे तो स्वयं मे सम्मानित है,उन्हे माला पगड़ी और सम्मान प्रतीक के रूप में तुच्छ वस्तुओं की क्या आवश्यकता है, अब इस प्रक्रिया पर विराम लगना चाहिए, बुद्धिजीवी युवा पीढ़ी इस प्रकार की अनावश्यक क्रियाओं को पसंद नहीं करती, फलत: वे धर्म से विमुख हो जाते हैं, जिससे धर्म का संरक्षण, संवर्धन,विस्तार और उत्थान होने के स्थान पर ह्रास होता है

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