Uttar Pradesh: जम्मू-कश्मीर में इटावा के हवलदार सूरज सिंह यादव शहीद, गांव में शोक की लहर

इटावा: जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील तंगधार सेक्टर में मंगलवार को एक दुखद हादसे में इटावा जिले के ग्राम प्रेम का पुरा के निवासी हवलदार सूरज सिंह यादव शहीद हो गए. 34 वर्षीय सूरज सिंह यादव सेना की नियमित कानवॉय के साथ एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट की ओर जा रहे थे, तभी उनका सैन्य वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया. इस भीषण दुर्घटना में हवलदार सूरज सिंह यादव ने मौके पर ही अंतिम सांस ली.

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हवलदार सूरज सिंह यादव वर्ष 2009 में सागर से 6 महार बॉर्डर्स आर्मी बटालियन में भर्ती हुए थे। वे पिछले एक वर्ष से जम्मू-कश्मीर के चुनौतीपूर्ण तंगधार सीमा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे थे। अपने कर्तव्य के प्रति अटूट निष्ठा और दिलेर व्यक्तित्व के चलते वे हमेशा अपने साथियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बने रहे। उनकी बहादुरी और मिलनसार स्वभाव की उनके साथियों में गहरी छाप थी.

शहीद सूरज सिंह अपने पीछे पत्नी नीलम, 12 वर्षीय बेटी शीतल यादव और 8 वर्षीय बेटे अज्जू यादव को बिलखता छोड़ गए हैं। जैसे ही उनके शहादत की खबर गांव प्रेम का पुरा पहुंची, पूरे इलाके में मातम छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में गमगीन माहौल पसरा हुआ है। हर आंख नम है और हर कोई शहीद के परिवार को ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहा है.

शहीद के पिता, सेवानिवृत्त कैप्टन वीर सिंह यादव ने बताया कि उनके वीर पुत्र का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह उनके पैतृक गांव लाया जाएगा. उन्होंने बताया कि सूरज सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. बेटे की शहादत पर गर्व और दुख दोनों ही उनके चेहरे पर स्पष्ट झलक रहे थे.

इटावा के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ब्रह्मानंद कठेरिया ने इस दुखद घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें अभी आधिकारिक सूचना प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन जैसे ही सूचना मिलती है, शहीद हवलदार सूरज सिंह यादव का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि प्रशासन हर संभव मदद के लिए उनके साथ खड़ा है.

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