चंदौली: अलीनगर थाना क्षेत्र के डिहवा गांव में सोमवार देर रात हुई हत्या ने जिले की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. जिम संचालक अरविंद यादव (34) की उनके घर के बाहर ही ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात को दो बाइक सवार बदमाशों ने अंजाम दिया और कुछ ही मिनटों में फरार हो गए.
एक आम नागरिक की उसके घर के बाहर इस तरह गोली मारकर हत्या कर देना स्थानीय पुलिस की कार्यशैली और गश्त व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. लोगों का कहना है कि यदि पुलिस की पेट्रोलिंग और निगरानी प्रभावी होती, तो बदमाश इतनी बड़ी वारदात कर फरार न हो पाते.
बीते कुछ महीनों से अलीनगर पुलिस अवैध शराब, मादक पदार्थ तस्करी और गैंगस्टर तत्वों के खिलाफ सक्रिय दिख रही थी। ऐसे में डिहवा जैसी शांत बस्ती में दिनदहाड़े मर्डर से यह सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह सक्रिय है? या अपराधी पुलिस की निगरानी तंत्र को चकमा देने में सफल हो रहे हैं?
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे स्वयं मौके पर पहुंचे और तत्काल क्राइम ब्रांच, स्वॉट टीम और सर्विलांस यूनिट को सक्रिय किया गया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और संदिग्धों की लोकेशन खंगाल रही है। साथ ही आसपास के जिलों की सीमा पर भी निगरानी तेज कर दी गई है.
फॉरेंसिक जांच में जुटी पुलिस, जल्द खुलासे का दावा
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से बुलेट के खोल और खून के नमूने लेकर जांच शुरू कर दी है. जनमानस में असुरक्षा और भय का माहौल पैदा कर दिया है. सवाल यह है कि यदि कोई व्यक्ति अपने घर में भी सुरक्षित नहीं है, तो फिर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कानून व्यवस्था कितनी प्रभावशाली है?