Uttar Pradesh: हरदोई पाली थाना क्षेत्र के पश्चिमी गदरिया गांव के मंदिर में स्थापित भगवान हनुमान की मूर्ति तोड़कर गायब कर दी गई, मंदिर में हनुमान मूर्ति के आगे 6 साल पूर्व बुद्ध प्रतिमा स्थापित की गई थी और अब जीर्णोद्धार के बहाने दीवार में स्थापित हनुमान मूर्ति को तोड़कर गायब कर दिया गया. यह जानकारी शनिवार को जैसे ही क्षेत्रीय लोगों को लगी तो लोगों में आक्रोश पनप आया. तहसीलदार एवं प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से पूछताछ की.
पाली थाना क्षेत्र पश्चिमी गदरिया गांव में कई दशक पुराना हनुमान मंदिर है, जिसमें 6 साल पूर्व गांव के लोगों ने भगवान हनुमान की मूर्ति के आगे चबूतरा बनाकर बुद्ध प्रतिमा स्थापित कर दी और उसका पूजन करने लगे. दो वर्ष पूर्व मंदिर के पास ही ग्रामीणों ने बौद्ध स्तंभ भी बनाया और इस स्थान को बुद्ध विहार का नाम दे दिया. शनिवार को गांव के एक व्यक्ति ने 112 पुलिस को सूचना दी कि मंदिर की दीवार में स्थापित हनुमान प्रतिमा तोड़कर गायब कर दी गई है, वहीं इसकी जानकारी जिससे क्षेत्रीय लोगों को भी हो गई.
लोगों में काफी आक्रोश पनप आया, तहसीलदार सवायजपुर माधव उपाध्याय और पाली थाने के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार राय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच की. जांच में पता चला कि, गांव निवासी जयपाल, सर्वेश, अशोक और नीरज गांव में चंदा लेकर उपरोक्त स्थान का जीर्णोद्धार करा रहे थे. इसी दौरान मंदिर की दक्षिण दीवार में स्थापित विशाल हनुमान प्रतिमा को तोड़कर वहां पर प्लास्टर करा दिया गया. पुलिस एवं प्रशासन के पहुंचने पर उपरोक्त लोग अपने घरों से भाग गए. नायब तहसीलदार एवं प्रभारी निरीक्षक ने आरोपियों के परिजनों को 24 घंटे में पूर्व की भांति हनुमान की मूर्ति स्थापित करने को कहा है, जिस पर आरोपी सर्वेश की पत्नी स्नेहा कुमारी, जयपाल की पुत्री दामिनी, मोहनी देवी एवं ग्राम प्रधान ने लिखित रूप से दिया है कि वह जल्द इसे पूर्व की भांति मूल स्वरूप में करा देंगे.
कुछ वर्ष पूर्व हरदोई के एक मोहल्ले में शिवलिंग तोड़ी गई थी, जिसमें उपरोक्त एक आरोपी का भी नाम आया था. यह लोग बुद्ध के अनुयाई हैं और देवी देवताओं में इनकी मान्यता नहीं है. फिलहाल पूरी घटना से क्षेत्र में आक्रोश है.