Uttar Pradesh: नवजात बेटी को जन्म देने पर विवाहिता को ससुरालियों ने घर से निकाला, दहेज और कार की मांग

बसरेहर: इटावा फ्रेंड्स कॉलोनी के इटगांव की रहने वाली एक महिला को अपनी नवजात बेटी को जन्म देने के बाद उसके ससुराल वालों ने कथित तौर पर घर से निकाल दिया. ससुरालियों ने उसे घर में वापस आने के लिए दस लाख रुपये नकद और एक कार लाने की शर्त रखी है। यह अमानवीय कृत्य तब सामने आया जब पीड़ित महिला को अपनी नवजात शिशु के साथ दर-दर भटकना पड़ा और अंततः उसे पुलिस की शरण लेनी पड़ी. पुलिस ने अब पति सहित छह ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

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पीड़ित महिला पूजा पाल ने पुलिस को दिए अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि उसकी शादी विजय नगर निवासी प्रतीक पाल के साथ 9 दिसंबर, 2023 को हुई थी। शादी के तुरंत बाद से ही उसके ससुराल वाले, जिसमें पति प्रतीक पाल भी शामिल है, उससे लगातार कार और व्यापार के लिए दस लाख रुपये की मांग करने लगे। यह सिलसिला पूजा के गर्भवती होने के बाद और भी बढ़ गया.

पूजा ने आरोप लगाया है कि जब उसके ससुराल वालों को यह पता चला कि उसके गर्भ में बेटी है, तो उन्होंने उस पर गर्भपात कराने का भयानक दबाव बनाना शुरू कर दिया। पूजा ने इस बात का कड़ा विरोध किया, जिसके बाद उसके पति और ससुराल वालों ने कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की और उसे घर से बाहर निकाल दिया। यह घटना उसे गहरे सदमे और निराशा में धकेल गई.

दो दिसंबर, 2024 को पूजा ने बसरेहर ब्लॉक में एक बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म की खबर उसने अपने पति और ससुराल वालों को दी, लेकिन किसी ने भी नवजात को देखने की ज़हमत नहीं उठाई। इसके बजाय, उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि वह अपनी बच्ची को लेकर कभी उनके घर न आए। पूजा ने उनसे कई बार गिड़गिड़ाकर विनती की, लेकिन ससुराल वाले अपनी ज़िद पर अड़े रहे और उसकी एक न सुनी. इस दौरान, पूजा को अपनी नवजात बेटी के साथ बिना किसी सहारे के भटकना पड़ा.

आखिरकार, कोई और रास्ता न देखकर, पूजा ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई। उनकी शिकायत के आधार पर, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पति प्रतीक पाल, ससुर रामप्रकाश पाल, सास संगीता पाल, जेठ शिवम पाल, जेठानी नीलम पाल और ननद नीतू पाल सहित कुल छह लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है. यह घटना समाज में दहेज उत्पीड़न और बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच की गहरी जड़ों को उजागर करती है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है.

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