गाजीपुर: विभाजन की विभिषिका स्मृति दिवस को लेकर आज गाजीपुर में एक मोहन जुलूस आम घाट पार्क से निकाली गई जिसमें भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता और पदाधिकारी के साथ ही मुख्य अतिथि विद्यासागर राय शामिल हुए. और यह जुलूस आम घाट पार्क से होते हुए सरजू पांडे पार्क पहुंचा जहां पर सरजू पांडे को जिला अध्यक्ष सहित तमाम लोगों ने माल्यार्पण किया और इसके बाद सभी लोग जिला पंचायत हाल में आयोजित प्रदर्शनी और फिर गोष्ठी में शामिल हुए. वहीं इस कार्यक्रम में ही जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह जिनका आज जन्मदिन रहा उनके जन्मदिन पर भी लोगों ने उन्हें बधाइयां एवं शुभकामनाएं दी.
भारत और पाकिस्तान का विभाजन आजादी से पहले एक विभिषिका की तरह थी जिसमें पाकिस्तान से ट्रेन आती तो थी लेकिन इस ट्रेन में आधे से अधिक लोग मौत के नींद में सोकर आते थे ऐसे ही विभाजन की विभिषिका को लेकर साल 2021 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसी के क्रम में आज गाजीपुर में भी विभाजन की विभिषिका कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एक मौन जुलूस निकाला गया और उसके बाद महापुरुषों के मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद एक गोष्ठी का आयोजन किया गया.
इसी गोष्ठी में विभाजन का दर्द क्या होता है ऐसा ही एक परिवार ने अपना दर्द बया किया और यह कोई और नहीं बल्कि गाजीपुर नगर पालिका के अध्यक्ष सरिता अग्रवाल रही जिन्होंने बताया कि उनके दादा जो आजादी के पहले पाकिस्तान में रहते थे और वह अपने पांच बेटों के साथ विभाजन होने के बाद भारत आ रहे थे तब उन लोगों के साथ क्या-क्या यातनाए दी गई. उन्होंने मीडिया से साझा करते हुए बताया और बताया कि यह पूरी कहानी उनके दादाजी बताया करते थे क्योंकि जब यह विभाजन हुआ तब उनके पिता की उम्र मात्र 1 साल थी और कैसे-कैसे उन लोगों ने अपनी जान बचाकर और अपना सब कुछ पाकिस्तान में गंवाकर हिंदुस्तान में आए और हिंदुस्तान में आकर फिर से अपने को डेवलप कर अपने पैरों पर खड़ा हो पाए.