यूपी के पीलीभीत में हुए एनकाउंटर में मारे गए तीनों खालिस्तानी आतंकियों के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, खालिस्तानियों के पीछे NIA का मोस्ट वॉटेड आतंकी था, जिसकी लंबे समय से तलाश चल रही है. सूत्रों के अनुसार, 10 लाख के इनामी कुलबीर सिंह सिद्धू ने लंदन से तीनों खालिस्तानियों के फर्जी आधार कार्ड भेजे थे.
तीनों खालिस्तानियों को होटल हरजी में रुकवाने वाले सनी उर्फ जसपाल को कुलबीर ने लंदन से कॉल किया था. वहीं, कुलबीर ने ही सनी के मोबाइल पर तीनों खालिस्तानी आतंकियों के फर्जी आधार कार्ड भेज कर होटल हरजी में रुकवाने के लिए कहा था.
बता दें कि डेढ़ साल पहले कुलबीर सिंह सिद्धू पीलीभीत के पूरनपुर के गजरौला जपती गांव में रहने आया था. वहीं से सनी की कुलबीर उर्फ सिद्धू से मुलाकात हुई थी.
लंदन भाग गया था कुलबीर
पंजाब में विश्व हिंदू परिषद के नेता विकास प्रभाकर की हत्या के बाद कुलबीर सिंह सिद्धू ग्रीस और ग्रीस से लंदन भाग गया था.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में हुए पुलिस मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के बाद एनआईए, यूपी एटीएस सहित कई केंद्रीय एजेंसियां जांच में लगी हुई है. यहां बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. होटल, रेस्टोरेंट और दुकानों पर आरोपियों की तस्वीरें दिखाकर जानकारी जुटाई जा रही है. इस बीच पीलीभीत पुलिस ने खालिस्तान आतंकवादियों के मददगार सनी उर्फ जसपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
बीते 23 दिसंबर की सुबह ये खालिस्तानी आतंकी पंजाब और यूपी पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे गए थे. पंजाब पुलिस की टीम 756 किलोमीटर तक इन आतंकियों का पीछा करती रही. फिर यूपी पुलिस की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया था.