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Uttar Pradesh: सुल्तानपुर जिला में बिना कार्य कराए लाखों का भुगतान, अधिकारियों की जांच में हुई पुष्टि 

 

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Uttar Pradesh: सुल्तानपुर जिले के ब्लॉक भदैया के तेरये गांव में प्रधान और सचिव पर सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. डीएम के आदेश पर डीपीआरओ और जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी की जांच में भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि हुई है.

दरअसल क्षेत्र के सत्यम जायसवाल ने बीते 28 अक्टूबर को ग्राम पंचायत तेरये में हुए विकास कार्यो में अनियमितता के सम्बंध में डीएम से शिकायत किया थायहां प्रधान द्वारा मंदिर का नहीं रिपेयरिंग किए बिना ही पैसा पास हुआ. अन्य नल की भी रिपेयरिंग नहीं हुई और पैसा पास कराया गया. शिवमंदिर पर पुजारी द्वारा बताया गया की कमेटी ने चंदे के पैसे से मिट्टी पटाई कराया, जबकि प्रधान ने मनरेगा से इसका पैसा खारिज कर लिया. यहां अमृत सरोवर शिवमंदिर पर JCB से काम करा के भुगतान कराया गया. अगल बगल के लोगों ने पूछने पर बताया कि 5-6 मजदूर को बुला के सिर्फ़ एक दिन मजदूरों द्वारा काम हुआ, बाकी रात में JCB से खुदाई हुई.

यही नहीं लाल बहादुर के घर से लेकर अमर बहादुर सिंह के बाउंड्री तक 08 सितंबर 22 को इंटर लॉकिंग कार्य का भुगतान 2 लाख 63 हज़ार 552 रुपये हुआ और पुनः 26 जून 2024 को अमर बहादुर सिंह के बाउंड्री से लेकर हरिहर बाबा के मंदिर रोड तक प्रधान द्वारा 3 लाख 14 हज़ार 534 रुपये खारिज कर लिया गया. जबकि अमर बहादुर के बाउंड्री से लेकर आशीष मिश्रा के घर तक मुश्किल से 20 से 25 मीटर ही इंटर लॉकिंग कार्य हुआ है. प्रधान द्वारा बिना निर्माण के ही पैसा खारिज कर लिया गया है. यह भी आरोप है कि, पूरे जिले, प्रदेश में झंडा रोहण चौकी निर्माण कार्य 10-20 हज़ार से ज्यादा का नहीं हुआ, मगर ग्राम सभा तेरये में झंडा चौकी निर्माण का 77 हज़ार पांच सौ 47 रुपये हुआ.

वहीं 7 अगस्त 2024 को बाउंड्री वाल के किनारे 20 से 25 पेड़ लगाकर ट्री कार्य का भुगतान 75 हज़ार 800 सौ 44 रुपये हुआ। अन्य जो निर्माण कार्य हुआ सब पीले ईट, रद्दी मोरंग बालू से हुआ है। मानक के अनुसार आगन बाडी केंद और अन्य कार्य में सरिया मैटेरियल नहीं लगाया गया. DPRO ने 06 दिसंबर 2024 को जांच की गई थी. जिसमें अनियमिता पाई गाई है. आरोप है कि, प्रधान के सहयोगियों द्वारा शिकायत कर्ता के पास कॉल की गई कि, शिकायती पत्र वापस ले लो नहीं तो फर्जी मुकदमा लिखवाकर जेल भेजवा दूंगा. ये भी आरोप है कि सचिव ने स्वयं कॉल करके शिकायत कर्ता से गाली गलौज किया। उधर डीपीआरओ ने सचिव से पत्रावली तलब की जो अब तक दी नहीं गई है. डीपीआरओ ने बताया कि प्रधान सियाराम और सचिव बृजेश कुमार से पत्रावली तलब की है। इसके प्रस्तुत होते ही विधि संगत कार्रवाई की जाएगी.

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