यूपी के मैनपुरी में एक दलित युवती की रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया है. युवती का शव नग्न अवस्था में मिला है. मृतका के परिजनों का आरोप है एक दिन पूर्व ही धमकी मिली थी, अगले दिन वारदात को अंजाम दे दिया गया. उन्होंने वारदात को चुनावी रंजिश में अंजाम दिए जाने का दावा किया है, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है. फिलहाल, जांच-पड़ताल जारी है. दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं.
मैनपुरी के करहल में एक दलित बेटी की समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और उसके साथियों द्वारा हत्या किया जाना अत्यंत दुःखद एवं घोर निंदनीय कृत्य है। समाजवादी पार्टी का असली चेहरा यही है निज स्वार्थ,सत्ता स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि बिटिया की… pic.twitter.com/Zttm4tgUdw
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) November 20, 2024
युवती के परिजनों का आरोप है कि चुनाव में BJP को वोट डालने को लेकर सपा के लोगों ने उन्हें धमकाया था. विरोध पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. बीती 19 नवंबर को दो लोग बाइक पर बेटी को बैठाकर ले गए थे. उन्हीं दोनों ने बेटी की हत्या कर शव को फेंक दिया. आज सुबह नग्न अवस्था में उसका शव थाना करहल इलाके में कंजरा नदी पुल के पास मिला है.
थाना करहल क्षेत्र अंतर्गत एक दलित युवती का शव बरामद होने की घटना के संबंध में थाना करहल पर अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी व अग्रिम विवेचनात्मक विधिक कार्यवाही के संबंध में पुलिस अधीक्षक मैनपुरी द्वारा दिए गए आधिकारिक वक्तव्य। pic.twitter.com/tvCXBUeaEF
— MAINPURI POLICE (@mainpuripolice) November 20, 2024
मामले में एसपी विनोद कुमार ने कहा कि कल शाम से ही युवती लापता थी. जिनपर आरोप था उनको रात में गिरफ्तार कर लिया गया था. वोट डालने के विवाद में हत्या के जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो सही नहीं है. लाश आज सुबह मिली है. उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है साथ ही आगे की कार्यवाही की जा रही है.
बीजेपी ने सपा को घेरा
गौरतलब हो कि दलित युवती की हत्या ऐसे वक्त हुई जब मैनपुरी की करहल सीट पर उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं. ऐसे में बीजेपी ने इस मुद्दों को जोर-शोर से उठाना शुरू कर दिया है. मामले में यूपी बीजेपी ने ‘एक्स’ पर पिता का बयान जारी किया गया, जिसमें वे बेटी की हत्या को लेकर सपा पर आरोप लगाते दिख रहे हैं. बीजेपी की ओर से कहा गया कि करहल में सपाई प्रशांत यादव और उसके साथियों ने एक दलित बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि उसने ‘साइकिल’ पर वोट देने से मना कर दिया था.