इटावा: रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा टलते-टलते बचा. ब्रेक बाइंडिंग की मरम्मत के दौरान तकनीशियन हरफूल मीना की जान पर बन आई, जब डिप्टी एसएस साकेत कुमार ने टूंडला कंट्रोलर अजय बाबू के दबाव में आकर ट्रेन को रवाना कर दिया.
घटना में तकनीशियन हरफूल मीना, जो डी-7 कोच के नीचे मरम्मत कार्य कर रहे थे, ट्रेन के साथ करीब 50 मीटर तक घिसटते रहे. मौके पर मौजूद कर्मचारियों की सूझबूझ से चैन पुलिंग कर ट्रेन को रोका गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद जब साथी कर्मचारी राकेश ने इस लापरवाही पर आपत्ति जताई, तो डिप्टी एसएस द्वारा उनके साथ अभद्रता और मारपीट की शिकायत भी सामने आई.
प्रयागराज डिवीजन के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए डिप्टी एसएस साकेत कुमार और टूंडला कंट्रोलर अजय बाबू को निलंबित कर दिया. जांच में सामने आया कि टूंडला कंट्रोलर ने बिना उचित अनुमति के ट्रेन को रवाना करने का दबाव बनाया था.
रेलवे प्रशासन ने मामले की गहन जांच के लिए सहायक वाणिज्य प्रबंधक टूंडला अजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की है. टीम ने इटावा पहुंचकर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं, रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.