Uttar Pradesh: इस बार नवरात्रि में एक साथ कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें तमाम शुभ कार्य होंगे। करीब 22 वर्ष बाद ऐसा संयोग बन रहा है, पंडित शेषकुमार पाण्डेय ने बताया कि नवरात्रि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 30 मार्च को है. इस वजह से नवरात्रि रविवार को शुरू होगी. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी, लेकिन, द्वितीया और तृतीया तिथि 31 मार्च को एक ही दिन लग रही है, इसलिए तृतीया तिथि का क्षय हो रहा है, इस कारण चैत्र नवरात्रि पर 8 दिन ही व्रत रखा जाएगा.
नवरात्रि की शुरुआत कई शुभ योग के साथ हो रही है, इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग, ऐंद्र योग, बुधादित्य योग, शुक्रादित्य योग और लक्ष्मीनारायण योग बन रहे हैं, ये लाभदायक और उन्नतिकारक योग हैं, कोई भी मां दुर्गा की भक्तिभाव से पूजा करके इन योग में अपने जीवन को सुखी और समूद्ध बना सकता है।इस बार नवरात्रि में मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी। माता का हाथी पर सवार होकर आना शुभ संकेत माना जाता है। हाथी को शांति और शुभता का प्रतीक माना जाता है। मां का हाथी पर आना खुशहाली और धन-धान्य में बढ़ोतरी का संकेत समझा जाता है। उन्होंने कहा कि सर्वार्थ सिद्धि योग, ऐंद्र योग, बुधादित्य योग, शुक्रादित्य योग और लक्ष्मीनारायण योग नवरात्रि में एक साथ मिलना बेहद सुखद और सम्पन्नता का संकेत है, इस योग में बड़ी से बड़ी बाधाओं के बावजूद लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी. इस वर्ष वर्षा भी अधिक होने की संभावना है.
अप्रैल से दिसंबर तक सहालग की भरमार है, जिसमें अप्रैल माह में 14, 15, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30 मई माह में 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 28, जून माह में 1, 2, 4, 5, 6, 7, 8, नवंबर माह में 21, 22, 23, 24, 25, 26, 30, दिसंबर माह में 1, 4, 5, 6 तारीख में सभी मांगलिक कार्य हो सकते हैं.